रेलवे फ्रेट कॉरिडोर से BSP को बड़ी उम्मीद
भारतीय रेलवे के चार नए रेल फ्रेट कॉरिडोर बनाने की योजना से मंदी से दौर से गुजर रहे बीएसपी को राहत मिलने की उम्मीद है।
भिलाई. सस्ते आयातित इस्पातों के कारण मंदी और विपरीत परिस्थितियों से जूझ रहे भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए खुशखबरी है। भारतीय रेलवे वर्तमान दो डेडिकेटेड फे्रट कॉरिडोर डब्ल्यूडीएफसी और ईडीएफसी के अलावा चार और कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इन परियोजनाओं के पूरा होने के साथ ही जहां भारतीय रेल के माल ढुलाई परिचालन में आमूल-चूल बदलाव आएगा। वहीं मंदी के दौर से गुजर रहे भिलाई इस्पात संयंत्र का भी उत्पादन और मुनाफे का कीर्तिमानी सफर फिर से शुरू हो जाएगा।
6672 डीएएफसी बनाने की योजना
रेल मंत्रालय की चार और 6672 किलोमीटर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएएफसी) बनाने की योजना है। इनके लिए डीएफसीसीआईएल को प्रारंभिक इंजीनियरिंग और यातायात सर्वेक्षण (पीईटीएस) का काम सौंपा गया है। ये अतिरिक्त कॉरिडोर करीब 2,330 किलोमीटर का पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (कोलकाता-मुम्बई), करीब 2,343 किलोमीटर का उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (दिल्ली-चेन्नई), 1100 किलोमीटर का पूर्व तटीय कॉरिडोर (खडग़पुर-विजयवाड़ा) और लगभग 899 किलोमीटर का दक्षिणी कॉरिडोर (चेन्नई-गोवा) हैं।
दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर काम शुरू
फिलहाल 3360 किलोमीटर के दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर-पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) और पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) का काम शुरू हो गया कुल 10548 हैक्टेयर जमीन में 86 प्रतिशत का अधिग्रहण किया जा चुका है। 9 राज्यों तथा 61 जिलों से होकर गुजरने वाली इन परियोजनाओं के लिए ज्यादातर पर्यावरणीय स्वीकृतियां प्राप्त की जा चुकी हैं।
रेल का सेल के साथ है एमओयू
भारतीय रेलवे और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच रेलपांत को लेकर करार (मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग) हुआ है। दोनों के बीच यह तय हुआ है कि समय-समय पर रेलवे की मांग के अनुसार सेल रेलपांत की आपूर्ति करेगा। इसमेंं कोई निश्चित मात्रा निर्धारित नहीं की गई है।
बीएसपी की रेलपांत की डिमांड
बीएसपी की स्पेशल गुणवत्तापूर्ण पटरियों का इस्तेमाल यूरोपीय देशों मेंं भी किया जाता है। बीएसपी की रेल पटरियों को भारतीय रेलवे और आरआईटीईएस से गुणवत्ता प्रमाण तो मिला ही हुआ है, साथ ही प्रमाणन एजेंसियोंं जैसे लायड्स रजिस्टर और क्राउन एजेंट्स ऑफ लंदन की परीक्षा में भी सफल रही हैं।
520 मी रेलपांत बनाएगा बीएसपी
आधुनिकीकरण एवं विस्तार परियोजना के तहत बीएसपी में नई यूनिवर्सल रेल मिल की स्थापना की जा रही है। सालाना 12 लाख टन उत्पादन क्षमता वाली इस रेल मिल में दुनिया की सर्वोत्तम क्वालिटी की रेल पटरी बनेगी। यहां बगैर वेेल्डिंग किए सिंगल पीस 130 मीटर लंबी पटरी बनेगी। इसके बाद बीएसपी 520 मीटर लंबी रेलपांत बनाने में सक्षम हो जाएगा।
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