एबीवीपी के छात्रनेताओं की माने तो उनकी यह रैली किसी तरह का विवाद करने के लिए नहीं है। शायद यही वजह है कि पुलिस प्रशासन भी इसे हलके में ले रहा है। विद्यार्थियों की भीड़ के बावजूद कोई बैरीकेटिंग नहीं लगाई गई है। मानस भवन के आसपास पुलिसकर्मी तैनात जरूर किए गए, लेकिन स्थिति सामान्य रही। पुलिस ने विद्यार्थियों के साथ किसी भी प्रकार की रोकटोक नहीं की।
– दुर्ग विवि विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी सदन की स्थापना करे।
– निजी महाविद्यालयों के लिए फीस नियामक आयोग का गठन किया जाए।
– सभी महाविद्यालयों में पर्याप्त प्राध्यापकों की नियुक्तियां कराई जाए।
– सभी महाविद्यालयों में छात्र संख्या को देखते हुए सीटों में वृद्धि की जाए।
– विश्वविद्यालय शैक्षणिक कैलेंडर के हिसाब से ही परीक्षा व परिणाम घोषित करें, विलंब न हो।
– दुर्ग विवि परिसर में विद्यार्थियों के लिए सूचना केंद्र स्थापित करे।
– महाविद्यालयों में प्रयोगशाला व लाइब्रेरी नहीं है, विवि इस पर संज्ञान ले।
– पीजी संकायों के सेमेस्टर सिस्टम में सुधार किया जाए।
– संभाग के सभी अग्रणी महाविद्यालयों में छात्र सहायता केंद्र की स्थापना की जाए।
– विवि अभी सिर्फ ऑनलाइन फार्म की सुविधा तो देता है, लेकिन ऑफलाइन नहीं होने से विद्यार्थी परेशान होते हैं। विवि दोनों ही व्यवस्थाएं कराए।
– विद्यार्थियों की सहायता के लिए विवि एप लॉन्च करे।
– अब तक सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षा की अंकसूची नहीं आई है, विवि इसमें तत्परता बरते।
– विक्लांग विद्यार्थियों के सिटी बसों में सफर नि:शुल्क कराया जाए, सामान्य छात्रों को छूट मिले।
– विद्यार्थियों की सरलता के लिए विवि हेल्पलाइन नंबर जारी करे।
– पीजी संकायों में पुनर्मूल्यांकन की सुविधा दी जाए।
– विवि के तहत सभी महाविद्यालयों में महिला सेल का गठन किया जाए।