बांसवाड़ा को इसलिए संभाग बनाया
गहलोत ने कहा कि वागड़ से मेरा शुरू से ही लगाव है, इसलिए ही तो मैने बांसवाड़ा को बिना मांगे ही संभाग बना दिया है। बोले इसमें मेरा वागड़ प्रेम झलक रहा है।
गहलोत ने कहा कि वागड़ से मेरा शुरू से ही लगाव है, इसलिए ही तो मैने बांसवाड़ा को बिना मांगे ही संभाग बना दिया है। बोले इसमें मेरा वागड़ प्रेम झलक रहा है।
आदिवासी अंचल की बेटिया आइएएस व डाॅक्टर बनना चाहती
गहलोत ने कहा कि आदिवासी अंचल की बेटियां बदल रही है। वे बोले कि उदयपुर में हॉस्टल में इस अंचल की बेटियों से मै मिला तो वे फर्राटेदार अच्छे से अलग ही अंदाज बाते कर रही थी। उनकी बातों से आप सोच नहीं सकते की वे आदिवासी क्षेत्र से है। उनके आइएएस, डॉक्टर आदि बनने के सपने है। गहलोत ने कहा कि सभा में भी पुरुष से ज्यादा महिलाएं दिख रही है, समय बदल रहा है।
गहलोत ने कहा कि आदिवासी अंचल की बेटियां बदल रही है। वे बोले कि उदयपुर में हॉस्टल में इस अंचल की बेटियों से मै मिला तो वे फर्राटेदार अच्छे से अलग ही अंदाज बाते कर रही थी। उनकी बातों से आप सोच नहीं सकते की वे आदिवासी क्षेत्र से है। उनके आइएएस, डॉक्टर आदि बनने के सपने है। गहलोत ने कहा कि सभा में भी पुरुष से ज्यादा महिलाएं दिख रही है, समय बदल रहा है।
मैने 5 साल में 303 कॉलेज खोल दिए
गहलोत ने कहा कि आजादी के 70 सालों में 250 कॉलेज थे और मैने 5 साल में 303 कॉलेज खोल दिए है। बेटियों के लिए 130 कॉलेज। वे बोले रक्षाबंधन के दिन महिला मुखिया को स्मार्ट फोन देने का काम शुरू किया जाएगा, शुरूआत में 40 लाख महिलाओं को मोबाइल देंगे। वे बोले देने में मैने कोई कमी नहीं रखी है, एमएलए ने जो मांगा वह दिया है।
गहलोत ने कहा कि आजादी के 70 सालों में 250 कॉलेज थे और मैने 5 साल में 303 कॉलेज खोल दिए है। बेटियों के लिए 130 कॉलेज। वे बोले रक्षाबंधन के दिन महिला मुखिया को स्मार्ट फोन देने का काम शुरू किया जाएगा, शुरूआत में 40 लाख महिलाओं को मोबाइल देंगे। वे बोले देने में मैने कोई कमी नहीं रखी है, एमएलए ने जो मांगा वह दिया है।