यह मातम और सन्नाटा माल व लक्ष्मीपुरा पिण्डावल गांव में था। एक दिन पहले बुधवार को इन तीन बेटियों के तालाब में डूबने से मौत हो गई थी। जिसने भी सुना उसको विश्वास नहीं हुआ। परिवार वालों को ही नहीं गांव में बड़ों से बच्चों को भी बीती रात नींद नहीं आई। रह रहकर तीनों के हसंते खेलते पल आंखों के सामने आ रहे थे।
घर में नेहा के बर्थ डे की तैयारी थी, किसे पता था बर्थडे नहीं मनेगा, तीन चचेरी बहनों की मौत
गुरुवार की सुबह शव यात्रा एक साथ निकली। इधर, माल गांव में मामा के घर रह रही नेहा का उसके गांव लक्ष्मीपुरा पिण्डावल में अंतिम संस्कार किया गया। नेहा को अपने जन्मदिन को लेकर इंतजार था और परिवार भी उसकी हर खुशी के लिए तैयारी में था लेकिन उसका ऐसे चले जाने की खबर से दु:खों का पहाड़ परिवार पर टूट पड़ा। उल्लेखनीय है कि बुधवार को बोडिगामा माल के तालाब में तीनों की तालाब में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई थी।