जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने मूंद रखी हैं आखें
किसान संघ के लल्लूराम पाटीदार बिजौला ने बताया कि इस साल खरीफ फसल में जिले से किसानों ने सोयाबीन, धान एवं मक्के की फसल का 45 करोड़ रुपए प्रीमियम सरकार एवं किसानों ने मिलकर सहकारी समितियों व बैंकों में फसल बीमा करने के लिए बीमा कंपनी को दिया। लेकिन किसानों की खरीफ फसल 50 से 70 प्रतिशत खराब होने पर भी किसानों को बीमा कंपनी क्लेम राशि जारी नहीं कर रही है। वहीं जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार भी कुछ ध्यान नहीं दे रही है।
करोड़ों रुपए प्रीमियम तो ले रही है पर क्लेम नहीं दे रही
इस परिस्थिति में जिले के सभी किसानों ने यह निर्णय किया है कि इस वर्ष जब तक पिछली बीमा क्लेम राशि कंपनी किसानों को जारी नहीं करती है, तब तक कोई भी किसान फसल बीमा नहीं करवाएगा। किसान साथी जिस सहकारी समिति, लेप्स या बैंक से केसीसी या अन्य कृषि पर लोन लिया है, उस शाखा में जा कर इस संबंध में प्रार्थना पत्र देंगे। किसानों ने बताया कि बीमे के नाम पर कंपनी किसानों से दोनों सीजन में करोड़ों रुपए प्रीमियम ले रही है, लेकिन किसानों को बीमा क्लेम नहीं दे रही है।