Pangong Tso Dispute: भारत-चीन के ब्रिगेडियर्स के बीच चुशुल के खुले इलाके में में सैन्य वार्ता जारी
यह कहानी है झारखंड के गोड्डा जिला निवासी धनंजय मांझी की है। दरअसल मांझी की गर्भवती पत्नी सोनी हेम्बरम को डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) द्वितीय वर्ष की परीक्षा देनी थी। धनंजय स्कूटी चलाकर अपनी पत्नी को गांव से 1300 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के ग्वालियर में परीक्षा दिलाने पहुंचे। यह सफर तय करने में उन्हें तीन दिन लगे।
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धनंजय झारखंड के गोड्डा जिले के गांव गन्टा टोला निवासी है। इस गांव से बांग्लादेश बॉर्डर महज 150 किलोमीटर की दूरी पर है। धनंजय कैंटीन में खाना बनाने का काम करते थे, लॉकडाउन के बाद से उनके हाथ में कोई काम नहीं है। 8वीं पास धनंजय का सपना है कि उनकी पत्नी टीचर जरूर बने। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने हर समस्या उठाकर भी पत्नी को पेपर दिलाने की ठानी। इसके लिए उन्हें कईं समस्याओं का सामना करना पडा।