मोटापे के बढ़ने से दिल की बीमारी बढ़ने का खतरा बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है, और वहीँ हार्ट अटैक, हार्ट फेल, असामान्य रोगों जैसे कई दिक्कतें उत्पन्न हो जाती है। इसलिए दिल की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए आपको वेट के ऊपर अधिक ध्यान देने कि जरूरत होती है।
2.हाई ब्लड प्रेशर
मोटापे से ग्रसित लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। ये एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें की रक्त वाहिकाओं को भी अत्यधिक नुकसान होता है। इसी के साथ ही हाई बीपी होने पर दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी का खतरा भी दो गुना ज्यादा बढ़ सकता है।
मोटापे से ग्रसित लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। ये एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें की रक्त वाहिकाओं को भी अत्यधिक नुकसान होता है। इसी के साथ ही हाई बीपी होने पर दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी का खतरा भी दो गुना ज्यादा बढ़ सकता है।
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जब खून में ग्लूकोज या ब्लड शर्करा बहुत ही ज्यादा मात्रा में हो जाता है , तब टाइप 2 डायबिटीज की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके होने पर आंखों की सेहत पर सबसे ज्यादा असर पड़ता हैं, वहीं आंखें धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं । इसलिए वेट को नियंत्रित करने कि सबसे ज्यादा आवश्य्कता होती है।
बढ़ती उम्र में हड्डियों से जुड़ी समस्या होना बहुत ही ज्यादा आम बात है, इसके होने पर दर्द, सूजन, और चाल-फेर में परेशानी होने के जैसे किसी समस्याएं बनी रहती हैं। इस बीमारी को वेट कंट्रोल करने के जरिए कम किया जा सकता है।
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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।