मुंह के अंदर ही हो जाती है सर्जरी
सर्जरी से पहले मरीज के मुंह की अंदर की बनावट का एक्सरे व अन्य जरूरी जांचें की जाती हैं। जिन मरीजों में बाहर निकले जबड़े को वापस पीछे करना होता है उसमें पूरा ऑपरेशन मुंह के अंदर ही किया जाता है। इसमें ठुड्डी को काटकर छोटा किया जाता है और उसे मेटल प्लेट से पीछे की तरफ फिक्स किया जाता है। डेंटल सर्जन ऑपरेशन में इस बात का ध्यान रखते हैं कि बाद में सर्जरी का कोई निशान चेहरे पर नहीं दिखे। इसे कॉस्मेटिक अलाइनमेंट कहा जाता है जिसमें दांतों से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाती है।
सर्जरी से पहले मरीज के मुंह की अंदर की बनावट का एक्सरे व अन्य जरूरी जांचें की जाती हैं। जिन मरीजों में बाहर निकले जबड़े को वापस पीछे करना होता है उसमें पूरा ऑपरेशन मुंह के अंदर ही किया जाता है। इसमें ठुड्डी को काटकर छोटा किया जाता है और उसे मेटल प्लेट से पीछे की तरफ फिक्स किया जाता है। डेंटल सर्जन ऑपरेशन में इस बात का ध्यान रखते हैं कि बाद में सर्जरी का कोई निशान चेहरे पर नहीं दिखे। इसे कॉस्मेटिक अलाइनमेंट कहा जाता है जिसमें दांतों से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाती है।