scriptअगर मेनोपॉज में आता है अधिक पसीना तो रात को ये काम करके ही सोएं, मिलेगा फायदा | In excessive sweating in menopause, sleep after taking bath at night | Patrika News
रोग और उपचार

अगर मेनोपॉज में आता है अधिक पसीना तो रात को ये काम करके ही सोएं, मिलेगा फायदा

रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जोकि हर महिला में 45-50 वर्ष की उम्र में आती ही है। इसके आने से माहवारी पूरी तरह से बंद हो जाती है। जब किसी महिला को लगातार 12 माह तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो उसे मेनोपॉज कहते हैं।

Jun 24, 2023 / 12:54 pm

Jyoti Kumar

women_menopause.jpg

रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जोकि हर महिला में 45-50 वर्ष की उम्र में आती ही है। इसके आने से माहवारी पूरी तरह से बंद हो जाती है। जब किसी महिला को लगातार 12 माह तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो उसे मेनोपॉज कहते हैं। यह प्रक्रिया तब होती है जब ओवरी अंडे रिलीज करना बंद कर देती है। इससे महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रॉन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर भी घटने लगता है। इसके कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। जानते हैं मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे कम किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें

इस समय ठंडा दूध पीने से एसिडिटी में मिलती है राहत, मिलेंगे चमत्कारी परिणाम



संभावित लक्षण
कुछ महिलाओं में 40 साल की उम्र में भी मेनोपॉज जैसे लक्षण आते हैं, इसे प्रीमेच्योर मेनोपॉज कहते हैं। जब मेनोपॉज शुरू होता है तो इसमें हॉट फ्लैशेज की समस्या अधिक होती है। पसीना बहुत आता, शारीरिक ऊर्जा में कमी होती है, भावनात्मक रूप से नकारात्मकता आती है, इसके अलावा कई तरह की समस्याए आती है जैसे कि रात में पसीना ज्यादा आना, मूड का बदलाव, वजन बढऩा, रूखी त्वचा, बालों का अधिक गिरना, हार्ट बीट का बढऩा और सिरदर्द आदि।

sudhanshu_trivedi.jpg

कब डॉक्टर को दिखाएं : कई बार स्थिति गंभीर होने के बाद कोलोनोस्कोपी, मैमोग्राफी और ट्राइग्लिसराइड स्क्रीनिंग, थायरॉइड टेस्ट कराने की सलाह डॉक्टर दे सकता है।

यह भी पढ़ें

रनिंग हो सकता है घातक, हिप और घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा!



मेनोपॉज के स्टेज : इसके मुख्य रूप से तीन चरण होते हैं। प्रीमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्टमेनोपॉज। प्रीमेनोपॉज में पीरियड्स पूरी तरह बंद नहीं होते हैं। हॉट फ्लैशेज के लक्षण आते हैं लेकिन गर्भ धारण की संभावना रहती है, वहीं पोस्टमेनोपॉज में एक वर्ष से अधिक समय तक पीरियड्स न आया हो और उसके बाद वेजाइनल ब्लीडिंग हो तो ये नॉर्मल नहीं होता है। ऐसे में बिना देर किए डॉक्टर से मिलें।

weather_00.jpg

इलाज : सामान्य और हल्के लक्षण हैं तो सही डाइट, दिनचर्या से आराम आता है लेकिन समस्या गंभीर होने पर गोलियां, हार्मोन की दवाइयां और कुछ थैरेपी की भी जरूरत पड़ती है। लेकिन मन को शांत रखते हैं और पैनिक होने से बचें तो भी आराम मिलता है।

यह भी पढ़ें

अब थूक से पता चलेगा आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं, लॉन्च हुई ये खास Test Kit



मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे कम करें
इसमें हैल्दी डाइट, नियमित व्यायाम-योग-ध्यान ज्यादा कारगर हैं। इसके साथ ही ज्यादा चाय-कॉफी लेने से बचें। कोई नशा न करें। अगर रात में ज्यादा पसीना आता है तो नहाकर सोएं। कमरे को ठंडा रखें। वजन नियंत्रित रखें। अच्छी नींद लेने से भी मूड अच्छा रहेगा। आप घर के सदस्यों, दोस्तों और अपनों से अपनी समस्या का जिक्र करें ताकि वे आपकी मदद कर सके। डाइट में कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन डी वाली चीजें लें। सोया, अलसी, मगज के बीज आदि ज्यादा लें। नियमित 30 मिनट ध्यान करती हैं तो भी आराम आता है। ज्यादा परेशानी है तो डॉक्टर को दिखाएं।

Hindi News / Health / Disease and Conditions / अगर मेनोपॉज में आता है अधिक पसीना तो रात को ये काम करके ही सोएं, मिलेगा फायदा

ट्रेंडिंग वीडियो