रोग और उपचार

कैल्शियम के कण दे सकते हैं दिल के रोग का संकेत

दुनियाभर में दिल से जुड़ी बीमारियों के 60 फीसदी से ज्यादा मरीज भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों से आते हैं।

Jan 14, 2019 / 03:24 pm

विकास गुप्ता

दुनियाभर में दिल से जुड़ी बीमारियों के 60 फीसदी से ज्यादा मरीज भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों से आते हैं।

दिल की धमनी की दीवारों में चिपके कैल्शियम के कण, दिल से जुड़ी बीमारियों का संकेत दे सकते हैं, खासतौर से भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों के पुरुषों में।

कैलिफोर्निया-सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय (यूसीएसएफ) के शोधकर्ताओं के दल के अनुसार, दक्षिण एशिया के लोगों में दिल संबंधी बीमारियां (कार्डियोवेस्कुलर डिजीज) होने की आशंका ज्यादा रहती है। दुनियाभर में दिल से जुड़ी बीमारियों के 60 फीसदी से ज्यादा मरीज इस क्षेत्र से आते हैं।

दिल से जुड़ी बीमारियां अन्य नस्ल व जातीय समूहों की तुलना में कम उम्र के लोगों में उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल व मधुमेह जैसे दूसरे जोखिम कारक भी विकसित करती हैं। इसके अलावा दक्षिण एशियाई पुरुषों (8.8 फीसदी) में अपनी महिला समकक्षों (3.6 फीसदी) की तुलना में कैल्शियम के जमा (कैल्शिफिकेशन) होने की उच्च दर पाई गई है।

यूसीएसएफ की प्रोफेसर के अनुसार, ”कोरोनरी धमनी में कैल्शियम की मौजूदगी व बदलाव सजातीय जनसंख्या में जोखिम कारकों के पूर्व सूचना में सहायक हो सकती है व स्टेटिन व दूसरी रोकथाम उपचार के विवेकपूर्ण इस्तेमाल को गाइड कर सकती है।

Hindi News / Health / Disease and Conditions / कैल्शियम के कण दे सकते हैं दिल के रोग का संकेत

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.