Brain Tumor: कोई भी व्यक्ति तब तक ही पूरी तरह से स्वस्थ रह सकता है, जब तक उसका मस्तिष्क यानी दिमाग स्वस्थ है. शरीर की तमाम प्रणालियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए मस्तिष्क का स्वस्थ रहना अत्यंत आंवश्यक है. लेकिन ब्रेन ट्यूमर जैसी कुछ बीमारियां हैं जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं. जब किसी व्यक्ति के मस्तिष्क में ट्यूमर की गांठें बढ़ने लगती हैं तो उसका स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है. दरअसल मस्तिष्क के कुछ टिश्यू असामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं और यह दिमाग के कार्यों को प्रभावित करने लगते हैं.
यह भी पढ़े – अगर दिख रहे हैं ऐसे 3 लक्षण तो ये मस्तिष्क में ट्यूमर के खतरे का संकेत हैं ब्रेन ट्यूमर के कारणों में हानिकारक रेडिएशन, आनुवंशिक रोग और इम्यूनिटी को प्रभावित करने वाले कारकों के संपर्क में आना भी हैं. तेज सिरदर्द, दौरे पड़ना, अकारण उल्टी होना, चक्कर आना जैसे कुछ लक्षण हैं, जो ब्रेन ट्यूमर की ओर इशारा करते हैं. ब्रेन ट्यूमर के इलाज की जब भी बात आती है तो यह अंग्रेजी दवाओं के माध्यम से होती है. सर्जरी से जरिए ब्रेन ट्यूमर की गांठ को हटाना भी एक उपाय है. लेकिन कुछ आयुर्वेदिक उपाय हैं, जो ब्रेन ट्यूमर की बीमारी का वैकल्पिक उपचार हो सकते हैं और इनके परिणाम भी बेहतर दिखते हैं.
ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए आयुर्वेदिक उपचार ब्रेन ट्यूमर के लिए कुछ सबसे विश्वसनीय आयुर्वेदिक उपचार नीचे दिए गए हैं: अश्वगंधा Ashwagandha : अश्वगंधा जड़ी बूटी में आकर्षक उपचार गुण होते हैं। वे आपके शरीर में ताकत और प्रतिरक्षा को बहाल करने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से संपन्न है और लाभकारी एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करता है, जो मस्तिष्क के कार्यों में सुधार करता है और हानिकारक विकिरण के कारण होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को कम करता है।
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करक्यूमिन Curcumin : ब्रेन ट्यूमर के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक दवा। करक्यूमिन आपके शरीर से घातक कोशिकाओं को विघटित करने के लिए जाना जाता है। यह न केवल एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। इसने ब्रेन ट्यूमर के इलाज के रूप में भी लोकप्रियता हासिल की है। गुग्गुल Guggul : गुग्गुल क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए जाना जाता है। यह शरीर की ऑक्सीकरण क्षमता को बढ़ाता है और ब्रेन ट्यूमर से रिकवरी को गति देता है।
ब्रेन ट्यूमर में क्या खाना चाहिए?
फल और हरी सब्जियों का सेवन- फल और हरी सब्जियों का सेवन सभी के लिए फायदेमंद होता है लेकिन ब्रेन ट्यूमर वालों के लिए यह कुछ ज्यादा ही लाभदायक होते हैं। इसीलिए ट्यूमर के मरीज को फल और ताजी सब्जियों का सेवन करते रहना चाहिए।
2.) तंबाकू के सेवन से बचें- ट्यूमर के मरीज को तुरंत तंबाकू का सेवन बंद कर देना चाहिए।
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ब्रेन ट्यूमर के मरीज के लिए कौन सा फल अच्छा है? एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ। एंटीऑक्सिडेंट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर और सेब को कैंसर को रोकने और ब्रेन ट्यूमर जैसे ट्यूमर की पुनरावृत्ति दर को कम करने के लिए जाना जाता है।
ब्रेन ट्यूमर में लाभ दायक है हल्दी का सेवन हल्दी के राइजोम में पाया जाने वाला करक्यूमिन, अपने एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीप्रोलिफेरेटिव गुणों के माध्यम से व्यापक चिकित्सीय वादा करता है।
ब्रेन ट्यूमर की अंतिम स्थिति क्या है रोग की अंतिम अवस्था में, रोगी का शरीर काम करना बंद कर देता है । रोगी बोलने, खाने और चलने-फिरने की क्षमता खो सकता है। त्वचा का रंग नीला हो सकता है, और रोगी तेजी से सुस्त हो सकता है।
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