ब्लड पॉइजनिंग (Blood Poisoning) या सेप्सिस (Sepsis) होने की वजह कई बार हमारे खानपान की गड़बड़ी भी होती है। सेप्टीसीमिया जानलेवा हो सकता है और कई बार ब्लड में गंदगी के कारण ही किडनी इन्फेक्शन, यूटीआई, निमोनिया या स्किन इन्फेक्शन जैसी समस्याएं होती हैं7
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खून में संक्रमण का बड़ा कारण खाई गई चीजें होती हैं। ब्लड पॉइजनिंग एक गंभीर संक्रमण है और इसकी वजह होती है खानपान के जरिये जब खून में हानिकारक बैक्टिरिया पहुंचता है। हालांकि ब्लड पॉइजनिंग का मतलब ये नहीं कि खून में जहर समाहित हो जाता है, बल्कि इसका मतलब ये होता है कि खून प्योर नहीं रहता और इसके कारण कई बीमारियों का खतरा पैदा होता है। मेडिकल भाषा में इस समस्या को सेप्टीसीमिया (septicemia) या सेप्सिस (sepsis) कहा जाता है। What is septicemia क्या है सेप्टीसीमिया – सेप्टीसीमिया या सेप्सिस तब होता है जब खून में गंदगी जमा होने लगती है। ये गंदगी किडनी से लेकर लिवर और – फेफड़ों तक को नुकसान पहुचाती है।
– पहचानें सेप्टीसीमिया के लक्षण
– अचानक से शरीर को ठंड लगना
– मध्यम या तेज बुखार का बने रहना
– कमजोरी-थकान के साथ लंबी सांस लेना
– दिल की धड़कन का बढ़ जाना
– त्वचा का पीलापन
– स्किन पर दाने-फोड़े-फुंसी या एलर्जी
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These 5 foods are the cause of dirt in the blood ये 5 फूड्स हैं खून में गंदगी की वजह– व्हाइट मक्खन
– व्हाइट मक्खन में फैट और सोडियम दोनों अधिक होता है। अगर इसे खाने की आदत है तो तय है कि आपका ब्लड प्योर नहीं रहेगा। हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह ये मक्खन होता है। मक्खन खाने से लिवर भी खराब होता है। हाई सोडियम हाई बीपी और किडनी के लिए भी सही नहीं।
Dairy products डेयरी प्रोडक्ट
– डेयरी प्रोडक्ट में भी फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है। फुल क्रीम मिल्क, कर्ड या पनीर सेहत के लिए नुकसानदायक होत हैं। डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, किडनी और दिल की बीमारियों में इनका सेवन खतरनाक होता है।
नमक
– नमक अगर ज्यादा हो तो हाई बीपी की समस्या होती है और इससे किडनी पर इफेक्ट पड़ता है और किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती है और खून में गंदगी समाहित होने लगती है। नमक को शरीर में पानी बढ़ाने के लिए जाना जाता है, इससे खून की नसों पर दबाव बनता है।
white sugar व्हाइट शुगर
– व्हाइट शुगर शरीर के जरूरी अंगों को रक्त की आपूर्ति करने वाली वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी, दृष्टि समस्याओं और तंत्रिका समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। सबसे बड़ा कारण डायबिटीज का होता है।
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नमक
– नमक अगर ज्यादा हो तो हाई बीपी की समस्या होती है और इससे किडनी पर इफेक्ट पड़ता है और किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती है और खून में गंदगी समाहित होने लगती है। नमक को शरीर में पानी बढ़ाने के लिए जाना जाता है, इससे खून की नसों पर दबाव बनता है।
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white sugar व्हाइट शुगर
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Fine flour मैदा
मैदा और इससे बनने वाली चीजों के अत्यधिक सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को इससे बचने की सलाह दी जाती है। यह खून में ग्लूकोज बढ़ाता है, जिससे केमिकल रिएक्शन होता है और इसकी वजह से खून के रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
मैदा और इससे बनने वाली चीजों के अत्यधिक सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को इससे बचने की सलाह दी जाती है। यह खून में ग्लूकोज बढ़ाता है, जिससे केमिकल रिएक्शन होता है और इसकी वजह से खून के रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
ब्लड में संक्रमण पहुंचे की ये भी होती हैं वजहें
पेट में संक्रमण, किसी कीट के काटने, घाव में इंफेक्शन का होना, किडनी इन्फेक्शन, यूटीआई, निमोनिया या स्किन इन्फेक्शन के कारण भी खून में गंदगी पहुंचती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
पेट में संक्रमण, किसी कीट के काटने, घाव में इंफेक्शन का होना, किडनी इन्फेक्शन, यूटीआई, निमोनिया या स्किन इन्फेक्शन के कारण भी खून में गंदगी पहुंचती है।
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