हिनौता में बने ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कचरा डंप करने को लेकर विरोध
डिंडौरी. नगर का कचरा अब नगर पंचायत के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। कचरा निष्पादन के लिए हिनौता में लाखों खर्च कर बनाया गया टे्रंचिग ग्राउंड ग्रामीणों के विरोध के चलते शोपीस साबित हो रहा है। पिछले दिनों औरई रोड में कचरा फेंकने को लेकर नगर पंचायत को विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की मदद से रविवार को हिनौता स्थित ट्रंचिग ग्राउंड जा रहे कचरा वाहनों को बीच रास्ते में ही जोगीटिकरिया के नजदीक ग्रामीणों ने रोक लिया। सूचना पर मौके में पहुंचे नगर पंचायत के अमले और शाहपुर थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिलाओं ने विरोध दर्ज करते हुए कचरा फेंकने से साफ इंकार कर दिया। इसे लेकर नगर पंचायत के अधिकारियों के साथ काफी बहस भी हुई और वाहन कचरा सहित वापस लौट गए। कुछ महीने पूर्व भी इसी तरह के हालात बने थे, तब भी ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराते हुए कचरा वाहनों को ट्रंचिग ग्राउंड तक नहीं पहुंचने दिया था और प्रशासन की समझाईश भी काम नहीं आई थी।
हिनौंता में बना है ट्रेंचिंग ग्राउण्ड
करीब 15 लाख की लागत से एमआरएफ केंद्र में फेंसिंग, ट्रेंचिंग ग्राउंड, एमआरएफ यानि मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी भवन तैयार किया गया है, ताकि नगर के 15 वार्डों से रोजाना निकलने वाले 5 टन कचरे को यहां डंप कर कचरे से खाद और अन्य प्रोडेक्ट तैयार किया जा सके। इससे शहर से निकलने वाले कचरे के निष्पादन के साथ ही नगर परिषद की आय में भी वृद्धि की मंशा थी। वर्तमान में यह टें्रचिंग ग्राउंड ग्रामीणों के विरोध के चलते बंद पड़ा है और यहां लगी मशीनें जंग खा रही हैं। यहां पर सैकड़ों टन कचरा रखने की क्षमता के साथ कचरे से प्लास्टिक और पॉलीथीन को अलग करने की व्यवस्था के साथ-साथ कम्पोस्टिंग किट सेट के द्वारा कचरे से खाद बनाए जाने की भी व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि नगर के 15 वार्डों में से 5 वाहनों की मदद से रोजाना 3 टन गीला और 2 टन सूखे कचरे का उठाव किया जाता है। इसके निष्पादन में 50 से अधिक स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मी लगे हुए हैं।
Hindi News / Dindori / कचरा वाहनों को महिलाओं ने रास्ते में रोका, समझाइश के बाद भी नहीं माने ग्रामीण