डिंडोरी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को एक्शन में थे। मुख्यमंत्री इन दिनों कई अफसरों को सस्पेंड कर रहे हैं। 23 सितंबर को भी मुख्यमंत्री ने जिले के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी (डीएसओ) टीकाराम अहिरवार को सस्पेंड कर दिया। उज्वला योजना के तहत कार्ड बनाने में लापरवाही के चलते उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों चुनावी दौरे पर हैं। प्रदेश के 46 स्थानों पर नगरीय निकाय चुनाव हो रहे हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री डिंडौरी में थे। हिनौता गांव में जनसेवा शिविर लगाया गया था। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से सवाल-जवाब करते हुए उनकी जमकर क्लास लगा दी।
मुख्यमंत्री ने सरकारी योजनाओं में लापरवाही को लेकर कलेक्टर को भी फटकार लगाई। सीएम ने जनवरी से लेकर अभी तक उज्ज्वला योजना के 70 हजार कनेक्शन के टारगेट के बदले सिर्फ 30 हजार कनेक्शन जारी किए जाने पर सख्त नाराजगी दिखाई। इस बारे में अहिरवार संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। मुख्यमंत्री ने तुरंत ही मंच से उन्हें कह दिया मैं तुम्हे सस्पेंड कर रहा हूं। इनका नाम नोट करो। इतना सुनते ही जनता ने जमकर ताली भी बजाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को प्राप्त हो इसके लिए शिविर के जरिए यह हमारा प्रयास है। और जो भी व्यक्ति काम में लापरवाही करेगा उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। जनसभा के बाद शिवराज ने रोड शो भी किया।
चौहान ने कहा कि हमने फैसला किया है कि डिंडौरी के जिला अस्पताल को तीन सौ बिस्तरों वाला बना दिया जाएगा, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। डिंडौरी बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर शिक्षा का केंद्र बने, इसके लिए भी हम सीएम राइज स्कूल खोल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत आयोजित शिविर में एनईईटी क्वालिफाई करने वाले बच्चों को टैबलेट और डिक्शनरी भेंटकर उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
यह भी पढ़ेंः 24 घंटे में सीएम का बड़ा एक्शन, एसपी के बाद कलेक्टर को भी हटाया20 सितंबर को ही मुख्यमंत्री ने झाबुआ के कलेक्टर सोमेश मिश्रा का भी तबादला कर दिया। उनके स्थान पर रजनी सिंह को कलेक्टर बनाया है। अनियमितता के चलते सोमेश मिश्रा को हटाया गया था। इससे 24 घंटे पहले सोमवार को सीएम के निर्देश के बाद एसपी अरविंद तिवारी को पहले हटाया फिर सस्पेंड कर दिया था। सुरक्षा की मांग कर रहे स्टूडेंट्स के साथ अभद्रता करने पर मुख्यमंत्री ने सोमवार को निर्देश दिए थे। गौरतलब है कि सोमेश मिश्रा उत्तराखंड के बड़े भाजपा नेता के दामाद हैं।