Silent killers diseases: ये 7 बीमारियां हैं ‘साइलेंट किलर’, पता चलने से पहले मौत के मुंह में चला जाता है इंसान
गुड़: अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं और चाय नहीं छोड़ सकते हैं तो आप गुड़ वाली चाय पीएं। गुड़ की मिठास चाय का स्वाद बदल जाता है और रंग भी। साथ ही गुड़ में काफी ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते मौजूद होते हैं और ये शरीर से केमिकल्स भी दूर करता है।
सौंफ की चाय: चाय में सौंफ मिला सकते हैं। सौफ सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। चाय पीने के बाद गैस होने की समस्या होती है तो आप चाय में सौंफ मिलाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
मुलेठी: आयुर्वेदिक औषधियों में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है। गले में दर्द से भी मुलेठी आराम दिला सकती है। इसे बनाने के लिए चाय में लौंग और दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह यह हर्बल चाय का काम करती है।
शहद: शहद सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। आप अपनी चाय में शहद मिला सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।