विटामिन-ए : ये दो प्रकार के होते हैं। एक, जो जानवरों से प्राप्त होते हैं जैसे मांस, दूध आदि जिसे रेटिनोल कहते हैं और दूसरे जो फल और सब्जियों से मिलते हैं जिसे बीटा कैरोटीन कहते हैं। रंगीन फल-सब्जियां इसका बेहतरीन स्त्रोत हैं जैसे गोभी, गाजर, सीताफल, आम, पपीता और टमाटर। कैरोटीन जब शरीर में पहुंचता है तो विटामिन-ए में बदल जाता है।
विटामिन-सी व ई
विटामिन-सी : इसका सबसे बढिय़ा स्त्रोत आंवला है। यह नींबू, संतरा, मौसमी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद, फूलगोभी और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सरसों आदि में पाया जाता है।
विटामिन-ई : यह हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह श्वेत रक्तकणिकाओं को मजबूत करता है और हृदय रोगों से बचाता है। आटे, अंकुरित दालों और हरे साग में यह पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन सी से भरपूर स्ट्रॉबेरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों को खत्म कर रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। एक कटोरी स्ट्रॉबेरी के नियमित सेवन से कई रोगों से बचाव होता है। शरीर में विटामिन सी का स्टोर नहीं होता है, इसलिए विटामिन सी का सेवन रोज करना चाहिए।