दरअसल, इसी स्वादिष्ट और पौष्टिक खान-पान की शैली को लगातार सातवें साल अमेरिका के प्रतिष्ठित ‘यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट’ ने 2024 की सबसे सेहतमंद डाइट का खिताब दिया है! भूमध्यसागरीय क्षेत्र के लोग भले ही तरह-तरह के खाद्य पदार्थ खाते हैं, लेकिन उनकी डाइट का मुख्य आधार पौधों से मिलने वाले तत्व होते हैं. साबुत अनाज, फलियां, नट्स और एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून के तेल से मिलने वाले अनसैचुरेटेड फैट्स उनके रोज़मर्रा के भोजन में खास जगह रखते हैं. साथ ही, कम मात्रा में दुबला मुर्गा और भरपूर मात्रा में सी फूड भी उनके आहार का हिस्सा होता है.
भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean diet) की सबसे खास बात यह है कि यह किसी एक पोषक तत्व या खाद्य समूह पर ज़ोर नहीं देता, बल्कि पूरे आहार की गुणवत्ता पर ध्यान देता है. कई अध्ययन बताते हैं कि यह डाइट हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज़ जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम करने, उम्र बढ़ाने और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में काफी कारगर है.
इस आहार के फायदों का खुलासा सबसे पहले 1958 से 1999 तक चले एक बड़े अध्ययन, “सेवन कंट्रीज़ स्टडी” में हुआ था. इस अध्ययन में लगभग 13,000 पुरुषों की डाइट और हृदय रोगों के बीच संबंध को देखा गया. इस अध्ययन से पता चला कि कुल फैट का सेवन कम करने से ज़्यादा महत्वपूर्ण है कि आप किस तरह के फैट (सैचुरेटेड, मोनोअनसैचुरेटेड या पॉलीअनसैचुरेटेड) का सेवन कर रहे हैं. जहां पारंपरिक पोषण सलाह कुल फैट सेवन को 30% तक सीमित करने की सलाह देती है, वहीं भूमध्यसागरीय आहार 40% तक फैट लेने की अनुमति देता है, बशर्ते अधिकांश फैट अनसैचुरेटेड हों.
तो, भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean diet ) कैसे काम करता है? – अपनी थाली को तरह-तरह के खाद्य पदार्थों से भरें.
– फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, नट्स, बीज, जैतून का तेल, मसाले और जड़ी-बूटियां रोज़ खाएं.
– हफ्ते में कम से कम दो बार सी फूड और मछली खाएं.
– मुर्गा, अंडे, पनीर और दही का सेवन कम मात्रा में ठीक है.
– रेड मीट और मिठाईयों को कभी-कभार ही खाएं.
– बीच-बीच में एक ग्लास रेड वाइन का आनंद ले सकते हैं.
यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट के अनुसार, भूमध्यसागरीय आहार पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों पर ध्यान देता है, जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स, बीज और हेल्दी फैट्स, जबकि सैचुरेटेड फैट्स, अतिरिक्त शर्करा और सोडियम के सेवन को सीमित करता है.
– फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, नट्स, बीज, जैतून का तेल, मसाले और जड़ी-बूटियां रोज़ खाएं.
– हफ्ते में कम से कम दो बार सी फूड और मछली खाएं.
– मुर्गा, अंडे, पनीर और दही का सेवन कम मात्रा में ठीक है.
– रेड मीट और मिठाईयों को कभी-कभार ही खाएं.
– बीच-बीच में एक ग्लास रेड वाइन का आनंद ले सकते हैं.
यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट के अनुसार, भूमध्यसागरीय आहार पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों पर ध्यान देता है, जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स, बीज और हेल्दी फैट्स, जबकि सैचुरेटेड फैट्स, अतिरिक्त शर्करा और सोडियम के सेवन को सीमित करता है.
तो अगर आप अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं और स्वादिष्ट भोजन का आनंद भी लेना चाहते हैं, तो भूमध्यसागरीय आहार को ज़रूर अपनाएं! यह आपको निरोगी और खुशहाल जीवन की ओर ले जाएगा.