लू से बचाव: जौ की तासीर ठंडी होती और ये लू से बचाता है। छाछ के साथ बनाने से इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में मिलता है।
अन्य फायदे: इसे नियमित पीने से अपच आदि की समस्या जैसे ब्लोटिंग, गैस, कब्ज में आराम मिलता है। गर्भवती के लिए भी ये बहुत अच्छी है। मॉर्निंग सिकनेस से बचाव करती है। ब्लड प्रेशर-शुगर लेवल नियंत्रित करती है। आयरन और कैल्शियम अधिक होने से एनीमिया और हड्डी रोगों से बचाव करती है।
प्रयोग विधि: जौ के आटे से बने लड्डू, दलिया, रोटी और छाछ में घोलकर इसे बनाया जाता है। इसको पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है। इसे शाम को तैयार कर सुबह लेना चाहिए।
दोनों के साथ गुण बढ़ जाते
जौ और छाछ दोनों ही अच्छे और पौष्टिक आहार हैं लेकिन जब दोनों मिल जाते हैं तो इनकी गुणवत्ता और बढ़ जाती है। गर्मी शुरू होते ही जौ की राबड़ी पीना शुरू करें। सर्दी-बरसात में बाजरे की राबड़ी पीना सेहतमंद होता है।
– डॉ. रमाकांत शर्मा, आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी विशेषज्ञ, बस्सी
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प्रयोग विधि: जौ के आटे से बने लड्डू, दलिया, रोटी और छाछ में घोलकर इसे बनाया जाता है। इसको पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है। इसे शाम को तैयार कर सुबह लेना चाहिए।
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दोनों के साथ गुण बढ़ जाते
जौ और छाछ दोनों ही अच्छे और पौष्टिक आहार हैं लेकिन जब दोनों मिल जाते हैं तो इनकी गुणवत्ता और बढ़ जाती है। गर्मी शुरू होते ही जौ की राबड़ी पीना शुरू करें। सर्दी-बरसात में बाजरे की राबड़ी पीना सेहतमंद होता है।
– डॉ. रमाकांत शर्मा, आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी विशेषज्ञ, बस्सी