पोषक तत्त्व
कमल ककड़ी में विटामिन सी, बी6, मैग्नीज, जिंक, आयरन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, थायमीन, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलता है। इस्तेमाल
इसके बीजों को ठंडाई में पीसकर पीने से गर्मी में होने वाले विकारों में आराम मिलता है। गर्भवती स्त्री के लिए उपयोगी 10 ग्राम ककड़ी की जड़ को पीसकर, एक कप दूध व एक कप पानी में धीमी आंच पर पकाने के बाद लें।
कमल ककड़ी में विटामिन सी, बी6, मैग्नीज, जिंक, आयरन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, थायमीन, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलता है। इस्तेमाल
इसके बीजों को ठंडाई में पीसकर पीने से गर्मी में होने वाले विकारों में आराम मिलता है। गर्भवती स्त्री के लिए उपयोगी 10 ग्राम ककड़ी की जड़ को पीसकर, एक कप दूध व एक कप पानी में धीमी आंच पर पकाने के बाद लें।
फायदे
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के साथ रूखी त्वचा, मोटापा, पथरी, बीपी, अस्थमा, मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता, लू, बेहोशी, तनाव, सिरदर्द, पेट व पेशाब संबंधी रोगों में लाभकारी है। ध्यान रखें
कच्ची कमल कक ड़ी खाने से शरीर में बैक्टीरिया फैल सकते हैं और बुखार, दस्त व पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अच्छे से साफ कर और उबालकर प्रयोग में लें। जिनको एलर्जी की परेशानी रहती है वे परहेज करें।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के साथ रूखी त्वचा, मोटापा, पथरी, बीपी, अस्थमा, मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता, लू, बेहोशी, तनाव, सिरदर्द, पेट व पेशाब संबंधी रोगों में लाभकारी है। ध्यान रखें
कच्ची कमल कक ड़ी खाने से शरीर में बैक्टीरिया फैल सकते हैं और बुखार, दस्त व पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अच्छे से साफ कर और उबालकर प्रयोग में लें। जिनको एलर्जी की परेशानी रहती है वे परहेज करें।