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इंसुलिन सेंसटिविटी में होता है सुधार डायबिटीज मरीजों के लिए व्रत करना फायदेमंद माना जाता है। व्रत करने से शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) में सुधार होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मददगार है। क्योंकि जब आप उपवास करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा के लिए संग्रहीत ग्लूकोज का उपयोग करता है, और इससे इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद मिलती है।
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ऑक्सीडेटिव तनाव करे कम
उपवास करने से हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है। यह तनाव फ्री रेडिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट के बीच असंतुलन के कारण होता है। उपवास करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का लेवल बढ़ता है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है।
वजन घटाने में असरदार
उपवास या व्रत करने से मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है। उपवास करने से शरीर के कुछ हार्मोनों का उत्पादन बढ़ता है। साथ ही शरीर में जमा वसा पिघलता है। यह फैट बर्न को बढ़ाने और वजन घटाने में सहायता करता है। आपको बता दें कि सिर्फ उपवास करने से ही आपका वजह कम नहीं होगा। इसके लिए आपको अपने खान-पान और व्यायाम पर भी ध्यान देना होगा।
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कम करे सूजन
उपवास करने से सेहत को कई तरह से फायदा मिलता है। साथ ही उपवास करने से शरीर में सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
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मानसिक कार्यक्षमता होता है सुधार
अगर सप्ताह में एक दिन उपवास करते हैं तो मानसिक परेशानियां भी कम होती है। उपवास करने से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही बेहतर फोकस, एकाग्रता और याददाश्त के लिए उपवास बहुत कारगर है। उपवास नई तंत्रिका कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित करता है, जो समय के साथ मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।