संभावित लक्षण
पेट भरा-भरा सा रहना, भूख न लगना, खट्टी डकारें आना, सिरदर्द होना, सांसों से बदबू आना, पेट में सूजन जैसा लगना, सुस्ती महसूस होना, पेट में गैस बनने लगना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं।
साथ ही यह समस्या खाना ज्यादा खा लेने से, लंबे समय तक भूखे रहने से, तीखा व मसालेदार एवं ज्यादा तली हुई चीजें खाने से, धूम्रपान करने से, ज्यादा चिंता करने से, जल्दी-जल्दी खाने से, ऐसा खाना, जिसे आपका पेट जल्दी से नहीं पचा पाता हो, आदि के कारण होने लगती है।
गैस न बने, भूना सौंफ भी मुंह में दबाएं रखें
सुबह खाने से 3 घंटे पहले या फिर डिनर के 3 घंटे बाद एक चम्मच मेथी दाने को एक गिलास गर्म पानी में उबालकर पीएं।
अजवाइन व सेंधा नमक एकसाथ पीसकर लें। खाली पेट ले सकते हैं।
गैस बनें तो भूना सौंफ चूसते रहें।
नारियल पानी भी इस समस्या को आसानी से दूर की जा सकती है।
नींबू पानी भी राहत प्रदान कर सकता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़ कर पीएं।
घी और गोंद के काढ़े में थोड़ा-सा गुड़ मिलकर सेवन करने से पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
तली हुई, तीखी व मसालेदार चीजों से परहेज करें। ज्यादा देर तक भूखे न रहें।
धूम्रपान बिल्कुल ही न करें।
नियमित रूप से योग और प्राणायाम या व्यायाम करें।