रोजाना ककड़ी खाने से शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त बनी रहती है और गर्मी में डिहाइड्रेशन नहीं होता। चेहरे पर इसे कद्दूकस करके लगाने से टैनिंग दूर होती है। रोजाना ककड़ी खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और यह वजन घटाने में भी कारगर है।
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ककड़ी टॉक्सिन यानी विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल देती है। रोजाना ककड़ी खाने से पथरी में भी आराम मिलता है। हमें रोजाना जितने विटामिन की जरूरत होती है, ककड़ी उसे पूरा करती है। इसमें मौजूद ए, बी और सी विटामिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
हड्डियां होती है मजबूत
ककड़ी खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसमें विटामिन-K बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इससे बोन डेंसिटी बढ़ती है और हड्डियां मजबूत हो सकती हैं। स्किन चमकदार
ककड़ी स्किन और बालों के लिए अमृत के समान है। नियमिचत रूप से अगर ककड़ी खाई जाए तो बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। साथ ही, स्किन भी चमकदार होती है। ककड़ी का जूस पीने से दाग-धब्बे गायब होने लगते हैं।
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कब्ज से राहत
ककड़ी के नियमित सेवन से कब्ज़ की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही गैस और इनडाइजेशन को भी कम करने में मदद मिलती है। वेट लॉस
ककड़ी खाने से वजन कम किया जा सकता है। क्योंकि ककड़ी में बहुत कम कैलोरी होती है। इसके अलावा इसमें वजन बढ़ाने वाला कोई तत्व नहीं होता। फाइबर में भी ये बहुत रिच है। इस वजह से इसे खाने के बाद पेट भरा रहता है और कुछ खाने का मन नहीं होता।
किडनी समस्या से छुटकारा
हम सब जानते हैं कि ककड़ी में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यह पोटेशियम के साथ मिलकर यूरिक एसिड और किडनी की अशुद्धियों को बॉडी से बाहर निकाल देता है।
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कम करता है कोलेस्ट्राल
ककड़ी खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी मेंटेन किया जा सकता है। इसमें एक तत्व होता है, जिसे हम स्टीरॉल कहते हैं। यह बॉडी में सही कोलेस्ट्रोल स्तर बनाकर रखता है।
बल्ड प्रेशर रहता है ठीक
ककड़ी खाने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें काफी मात्रा में पोटेशियम होता है जो रक्तचाप को सामान्य रखने में मदद करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।