बरगद के पेड़ का हमारी संस्कृति में विशेष महत्व है। धर्म—ग्रंथों में इसका विशेष महत्व दिखता है। यह पेड़ स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही उपयोगी है। इसके पत्ते, फूल, फल, छाल और दूध सभी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। विशेष महत्व बरगद के दूध का है, यह दूध बेहद गुणकारी होता है और आयुर्वेद के मुताबिक वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करने में मददगार होता है। हालांकि इस दूध का सेवन चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए, क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है।
•Jan 01, 2024 / 11:46 am•
Jaya Sharma
बरगद के पेड़ का हमारी संस्कृति में विशेष महत्व है। धर्म—ग्रंथों में इसका विशेष महत्व दिखता है। यह पेड़ स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही उपयोगी है। इसके पत्ते, फूल, फल, छाल और दूध सभी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। विशेष महत्व बरगद के दूध का है, यह दूध बेहद गुणकारी होता है और आयुर्वेद के मुताबिक वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करने में मददगार होता है। हालांकि इस दूध का सेवन चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए, क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है।
बरगद के दूध के गुण
बरगद के दूध में गुण कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक होती है और इससे हड्डियों को मजबूती मिलती है। इसमें एंटीबैक्टिरियल गुण भी होते हैं, जो शरीर को सूजन और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। हालांकि इसे थोड़ी ही मात्रा में ले सकते हैं, इसका स्वाद कसैला होता है और तासीर ठंडी। इसकी कुछ बूंदों को पताशे में डालकर खाया जाता है।
हड्डियों के लिए
हड्डियों की सेहत की शरीर में कैल्शियम की उचित मात्रा होती चाहिए। बरगद के दूध में भी कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए। इससे जोड़ो के दर्द में राहत मिलती है।
एंटीबैक्टीरियल गुण
बरगद के दूध में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इससे चोट लगने या शरीर के कट लगने पर बरगद का दूध लगाने से घाव जल्दी भरता है। बरगद के दूध की तासीर ठंडी और स्वाद कसैला होता है। इससे फोड़ें-फुंसियों से छुटकारा मिल सकता है। बरगद के दूध का सेवन आपको हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
डायबिटीज में मददगार
इस लड्डू में जामुन का गोंद होता है। जामुन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। ऐसे में नियमित रूप से इस लड्डू का सेवन एक महीने तक तय मात्रा और चिकित्सक की देखरेख में किया जाए तो बेहद फायदेमंद साबित होगा।
ये है बनाने की विधि
बीते कई सालों से बरगद के दूध के लड्डू बना रहे मोहन बताते हैं कि सर्दियों में बरगद के दूध का लड्डू स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद रहता है। इससे एक महीने में ही कमजोर शरीर व्यक्ति को आराम मिलता है।
एक किलो बरगद के दूध के लड्डू को बनाने के लिए 200 ग्राम बरगद का दूध चाहिए होता है। इसमें ना तो आटा होता है और ना ही सूजी, मैदा और बेसन। इसमें मुख्य सामग्री जामुन का गोंद होता है। इसके अलावा हल्का सा ड्रायफ्रूट। सबसे पहले देसी गाय के घी में जामुन के गोंद और ड्राईफ्रूट को सेक लेते हैं, फिर उसमें दूध डाला जाता है। मीठे के लिए खजूर का गुड़ डालते हैं। तैयार होने के बाद दस दिन के लिए मिट्टी के बर्तन में रखते हैं। फिर छोटे—छोटे लड्डू बनाते हैं। सुबह के समय गाय के दूध के साथ एक लड्डू खाने से शरीर में सप्ताहभर से ही फायदे दिखने लग जाते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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