आलूबुखारे में सैच्युरेटेड फैट या संतृप्त वसा बिल्कुल भी नहीं होता,जिससे इसे खाने के बाद आपको पोषक तत्व भी मिलते हैं, और वजन भी नहीं बढ़ता। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी त्वचा के साथ ही दिमाग को भी स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं. यह आपके तनाव को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
वजन : इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा बहुत कम होती है, जो वजन बढ़ने नहीं देती।
ब्लड प्रेशर : आलूबुखारे में आयरन होता है, जो रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। पोटेशियम मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखता है।
कब्ज : यह शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं रहती।
कैंसर : आलूबुखारा कैंसर और ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
ऐसे खाएं : दलिया या उपमा में थोड़ा-सा आलूबुखारा मिलाकर खा सकते हैं। इससे पेट तो भरेगा ही, आंतों की सफाई भी होगी। इसे सलाद के रूप में और जैम बनाकर भी खा सकते हैं। आलूबुखारे का जूस रोजाना पीने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं होतीं।
आलूबुखारे में मौजूद विटामिन-सी आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। इसके इलावा इसमें विटामिन-के एवं बी 6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।