-चेम्बरों की सफाई न होने से उफान मार रहा गंदा पानी-क्षेत्र में जलनिकासी के लिए नहीं बनाई गईं नालियां धौलपुर. पटपरा क्षेत्र के मुख्य मार्ग की हालत किसी तालाब से कम नहीं हो रही। यहां लंबे समय से जलभराव की स्थिति बनी हुई है। चेम्बरों की सफाई न होने के कारण गंदा पानी उफान मार रहा है। पानी से भरी सडक़ पर हो रहे गड्ढों से दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने नगर परिषद के आला अधिकारियों से कई बार इसकी शिकायत की लेकिन समस्या को दूर करना तो बड़ी बात वहां कोई अधिकारी लोगों की परेशानियों को सुनने तक नहीं पहुंचा।इसे नगर परिषद की बेकद्री कहें या बेरुखी क्योंकि पटपरा क्षेत्र नगर परिषद का हिस्सा होने के बाद भी आज इसकी हालत किसी गांव से बदतर है। जहां न तो लाइटिंग की सही व्यवस्था है और न ही सडक़ों की। और तो और घर से निकलने वाले गंदे पाने के लिए भी नाली तक का भी निर्माण नहीं किया गया। जिस कारण घरों से निकलने वाला पानी मार्ग के नाम पर टूटी-फूटी सडक़ों पर भर रहा है। और रही सही कसर चौक चेम्बर कर रहे हैं। जिनसे उफान मारता गंदा पानी सडक़ को तालाब में तब्दील किए हुए है। जिस कारण पानी से भरी इस सडक़ पर हो रहे गड्ढों का शिकार आता जाते वाहन चालक हो रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि इस रास्ते से पैदल निकलने तक के लिए जगह नहीं है। और लोग घरों के चबूतरे और दीवारों से होकर निकलते हैं।
पत्रिका की टीम जब लोगों की समस्याओं को देखने पटपरा क्षेत्र में पहुंची तो मुख्य मार्ग की हालत और वहां से निकलने वाले राहगीरों को देखकर यह लगता है कि इस मार्ग से निकलना किसी मिशन से कम नहीं है। क्योंकि चेम्बरों से उफान मारते पानी की वजह से सडक़ तालाब में तब्दील हो चुकी है। जिस कारण इस मार्ग से निकलने वाले दोपहिया वाहन चालक आसानी से मार्ग से निकल नहीं सकता। मार्ग पर हो रहे गड्ढे पानी की वजह से नहीं दिखाई देते और वाहन चालक इन गड्ढों का शिकार होकर चाटिल हो रहे हैं। हालात यह हैं कि इस मार्ग से पैदल निकला भी दूभर है। अगर पैदल निकलना है तो घरों के चबूतरे और दीवारों पर से चलकर निकलना होता है। इस कारण इस मार्ग से बच्चे और बुजुर्गों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
घरों से निकलने वाले पानी के लिए नालियां तक नहीं जिला युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी राहुल बघेला ने बताया कि पटपरा क्षेत्र में कई जगह ऐसी हैं जहां घर से निकलने वाले पानी के लिए जलनिकासी को नालियां तक नहीं बनाई गई हैं। जिस कारण घरों से निकलने वाला पानी भी सडक़ पर भर जाता है। तो वहीं कई जगह चेम्बर भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जिनकी चपेट में आकर राहगीर और वाहन चालक घायल हो रहे हैं।