राज्य सरकार की एडवाइजरी जारी
राज्य सरकार की जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि शीतलहर को देखते हुए सर्दियों के कपड़े पर्याप्त मात्रा में रखें, कपड़े की कई परतें पहनना भी लाभदायक रहता है। आपातकालीन आपूर्तियों के लिए सभी सामान तैयार रखें। यह भी पढ़ें
राजस्थान में बनेगा विश्वविद्यालयों का कॉमन एक्ट, 20 जनवरी तक कमेटी देगी रिपोर्ट
शीतदंश के लक्षण जानें
शीतदंश के लक्षणों जैसे अंगुलियों, पैर की अंगुलियों, कानों की लोब और नाक की नोक पर सुन्नता, सफेदी या पीलेपन के प्रति सजग रहें। शीतदंश से प्रभावित हिस्से की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है। शीतदंश से प्रभावित शरीर के हिस्सों को गुनगुने पानी में डालें, कंपकंपी को नजरअंदाज न करें यह एक महत्वपूर्ण अग्रिम संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है। कंपकंपी महसूस होने पर तुरंत घर लौटे।शीतलहर के दौरान क्या करें
जितना संभव हो घर के अंदर रहें। ठंडी हवा से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें। अपने शरीर को सुखाकर रखें। यदि कपड़े गीले हो जाए तो उन्हें तुरन्त बदलें। इससे शरीर की ऊष्मा बनी रहेगी। मौसम की ताजा जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें। नियमित रूप से गर्म पेय पिएं, बुजुर्गों और बच्चों का ख्याल रखें। यह भी पढ़ें