धौलपुर. पेंशनर को अब जीवित प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बैंक या अन्य किसी विभाग के चक्कर काटने की जरुरत नहीं है। अब वह डाकघर या फिर ग्रामीण डाक सेवक के जरिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें ज्यादा खर्चा भी नहीं करना होगा। डाकघर के जरिए पेंशनर को प्रमाण पत्र के लिए मात्र 70 रुपए शुल्क लिया जाएगा। इसके बाद जीवित प्रमाण पत्र संबंधित विभाग को ऑनलाइन भेज दिया जाएगा। यानी कि पेंशनर्स को विभाग में जाने की भी जरुरत नहीं है।
समझौते के तहत शुरू हुआ कार्य डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 को लेकर इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ समझौता हुआ है। यह समझौता अभियान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। 1 नवंबर से 30 नवंबर 2024 तक 800 शहरों और कस्बों में आयोजित होने वाले राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 में दूरदराज के क्षेत्र में रहने वाले पेंशनभोगियों को और वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों को घर पर ही सुविधा प्रदान की जाएगी।
डाक विभाग का अभियान 3.0 प्रधान डाकघर अधीक्षक रामकरण मीणा ने बताया कि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 का मुख्य उद्देश्य सभी पेंशनभोगी, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले, आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करा सकें। इसे प्राप्त करने के लिएए पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने डाक विभाग और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ मिलकर डाकिये और ग्रामीण डाक सेवकों के विशाल नेटवर्क से डाकघरों/पेंशनभोगियों को डोरस्टेप एवं डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र शिविरों में यह सेवा प्रदान की है।
ऐप के जरिए भी कर सकते हैं आवेदन डाक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पोस्ट इंफो मोबाइल ऐप के माध्यम से भी आवेदन कर प्रमाण पत्र सहजता से बनवाया सकता है। हालांकि विभाग द्वारा यह योजना काफी लंबे समय से लागू कर रखी है। पेंशनर्स फिर भी बैंक आदि के चक्कर काटते हैं। बता दें कि पेंशनभोगी को केवल नज़दीकी डाकघर या नजदीकी डाकघर के डाकिया/ग्रामीण डाक सेवक से संपर्क करना है। संपर्क करने वाले पेंशनभोगी के दिए गए पते पर जाकर डोरस्टेप सेवा प्रदान कर उनका डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाया जा सकेगा।