dholpur, बाड़ी. जहां पहले टीवी चैनलों के लिए लोग तमाम तरह के ऑपरेटर से संपर्क साधते थे और अपने घरों में डीटीएच कनेक्शन लेने के लिए कतार में खड़े रहते थे। वहीं अब बदलते दौर के चलते लोगों की पहली पसंद ओटीटी प्लेटफार्म होता चला जा रहा है जिसमें विभिन्न प्रकार के कंटेंट देखने को मिलते हैं। ऐसे में केबल ऑपरेटर बेरोजगारी की कगार पर आ खड़े हुए हैं। हालात इतने खराब है कि केबिल ऑपरेटर अपनी कंपनी का बिल भी नहीं भर पा रहे।
डिजिटल मनोरंजन के क्षेत्र में नवाचार के रूप में आए ओटीटी अर्थात् ओवर द टॉप प्लेटफार्म पर पिछले 3 साल से युवाओं की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। जिसका सबसे बड़ा कारण लेटेस्ट कंटेंट के साथ मनोरंजन करना है जिसमें समय की बाध्यता भी नहीं रहती जब चाहे तब ओटीटी प्लेटफार्म पर जाकर तमाम तरह के कंटेंट को देखा जा सकता है और वह भी नए-नए लॉन्च या रिलीज हुए प्रोग्राम भी इस पर उपलब्ध होते हैं।
मोबाइल डाटा का उपयोग भी बड़ा एक आंकड़े के मुताबिक शहर व ग्रामीण इलाकों में मोबाइल डाटा का उपयोग भी बड़ा है। दफ्तरों के साथ लोग अब घरों में भी वाई-फाई का उपयोग कर रहे हैं। मोबाइल टैबलेट व लैपटॉप पर ओटीपी प्लेटफार्म युवाओं के साथ हर आयु वर्ग के लोग लगा रहे हैं। ओटीटी प्लेटफार्म के तेजी से बढ़ रहे उपयोग के कारण केबिल और डीटीएच उपयोग करने वालों का ग्राफ कम हुआ है। यही कारण है कि युवाओं को फिर से टीवी से जोडऩे के लिए डीटीएच कंपनी ने टीवी पर भी ओटीटी प्लेटफार्म की सुविधा मुहैया करानी शुरू कर दी है। केवल ऑपरेटर का कहना है कि मोबाइल फोन और टीवी पर ओटीटी प्लेटफार्म के आने के कारण केवल व्यवसाय प्रभावित हुआ है। पहले जहां उपभोक्ता केबिल पर निर्भर थे वहीं अब 50 से 60 फीसदी मोबाइल फोन और ओटीटी पर विभिन्न कार्यक्रम देख रहे हैं
तेजी से घटे उपभोक्ता एक आंकड़े के मुताबिक बीते कुछ सालों में युवाओं ने केवल और टीवी से दूरी बनानी शुरू कर दी है। वह मोबाइल फोन पर ही विभिन्न ऐप पर मनोरंजन के साधन तलाशते रहते हैं लेकिन ओटीटी प्लेटफार्म आने के बाद उनका ग्राफ तेजी से कम हुआ है। केबिल के करीब ५० फीसदी उपभोक्ता घटे हैं।