शहर में शाम को नगर परिषद ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बेसमेंट में संचालित निजी अस्पतालों पर कार्रवाई शुरू की। जिसमें बेसमेंट में संचालित चार अस्पतालों को सीज करने की कार्रवाई की गई। पत्रिका ने बेसमेंट में संचालित होने वाले व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को लेकर अभियान चलाया था। जिसमें प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। पत्रिका ने 30 जुलाई के अंक में बेसमेंट से हो सकता है खतरा के नाम से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद 2 अगस्त को बेसमेंट में चलती अफसर बनाने की फैक्ट्री के नाम से खबर प्रकाशित की। जिसके बाद 3 अगस्त को बेसमेंट में नहीं चलेगी ई-लाइबेरी सहित अन्य खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद प्रशासन ने इनका सर्वे कराकर चिन्हित किया था। अब इनपर कार्रवाई करना शुरू कर दी। नगर परिषद आयुक्त और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की टीम ने कलक्ट्रेट के सामने बेसमेंट में सचालित हो रहे मैक्स हॉस्पीटल, घंटाघर रोड स्थित जीवन ज्योति और बालाजी हॉस्पीटल एवं सर्जरी सेंटर और दर्शन हॉस्पिटल के बेसमेंटों की सीज की कार्रवाई की गई। जिसमें मैक्स हॉस्पीटल पूरा बेसमेंट में संचालित हो रहा था। जिसमें मरीज भर्ती थी। जिसमें आयुक्त अशोक कुमार शर्मा और डिप्टी सीएमएचओं डॉ. चेतराम मीणा ने मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट करने के बाद मैक्स अस्पताल हॉस्पीटल को सीज किया गया। वहीं घंटाघर स्थित जीवन ज्योति हॉस्पीटल, बालाजी हॉस्पीटल एवं सर्जरी सेंटर और दर्शन हॉस्पीटल के बेसमेंटों को सीज किया गया हैं। अब राजाखेड़ा बाइपास पर कोचिंग सेंटर और ई-लाइब्रेरी पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव की ओर से दिल्ली और जयपुर बेसमेंट में संचालित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर जांच के बाद कार्रवाई करने निर्देश थे। जिसके बाद शहर में चार निजी अस्पतालों के बेसमेंट सीज किए गए।
– अशोक कुमार शर्मा, आयुक्त नगर परिषद धौलपुर