dholpur, सरमथुरा. आसमान से बरसी अमृत की बूंदों ने फसलों पर चमक बिखेर दी है। झिरी क्षेत्र में बारिश रबी की फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी। इस मावठ से रबी की बंपर पैदावार की आस जगी है। मावठ व कोहरे से रबी की चना, सरसों, गेहूं सहित कई फसलों को लाभ मिलेगा। फसलों की अच्छी बढ़वार होगी। इससे किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। हालांकि इस बार उपखंड क्षेत्र में करीब 5 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल की बुवाई हुई हैं। इनमें गेहूं, चना व सरसों शामिल है। कृषि विभाग के अनुसार बारिश के बाद रबी की किसी भी फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है, बल्कि सब्जियों की फसलों को भी इस बारिश ने राहत दी है। ऐसे में मिर्च, टमाटर, पत्ता गोभी आदि सब्जियों को लाभ मिलेगा। हालांकि पाला या ओलावृष्टि होती है तो फिर खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान का अंदेशा रहता है।
मानपुरा, रहरई व चिलाखुर में जैविक खेती:कृषि अधिकारी प्रवेन्द्र सिंह मीणा ने बताया कि सरमथुरा उपखंड अन्तर्गत मानपुरा, रहरई व चिलाखुर में करीब 60 हैक्टेयर भूमि पर जैविक खेती की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इन गांवों में जैविक खेती के अलावा झिरी क्षेत्र में रासायनिक पदार्थों का उपयोग किए बिना फसलों की पैदावार की जा रही हैं।