लंपी वायरस से जोर-शोर से मुकाबला करने में जुटा पशु पालन विभाग धौलपुर. जिले में इन दिनों गोवंश में लम्पी स्किन रोग का प्रकोप बना हुआ है। गाय को बचाने के लिए जहां राज्य सरकार के पशुपालन विभाग, आयुर्वेद विभाग एवं जिला प्रशासन अपने स्तर पर जीतोड़ मेहनत करने में लगे हुए हैं। वहीं विभिन्न सामाजिक संगठन भी आगे आए हैं। पशुपालन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पूरे प्रयास कर गोवंश की सेवा एवं चिकित्सा कर रहे हैं। पशुपालन विभाग में कार्यरत मात्रशक्ति अधिकारी व कर्मचारी गाय को बचाने में जी-जान से लगे हुए हैं। मान्यता है कि महिलाएं ज्यादा कठिन कार्य नहीं कर सकती है। लेकिन पशुपालन विभाग की मात्रशक्ति ने पशुचिकित्सा एवं पशुओं में टीकाकरण कार्य कर इस भ्रम को तोड़ दिया है। बहुद्देशीय पशु चिकित्सालय में कार्यरत डॉ.आस्था तिवारी ड्यूटी समय के अतिरिक्त भी गोमाता के उपचार के लिए तत्पर रहती है। इसी तरह लक्ष्मी पशुधन सहायक, पशु चिकित्सालय बरेह मोरी में कार्यरत पशुधन सहायक ऋचा शर्मा, रेणु राजपूत पशु चिकित्सालय पचगांव में पूरे जोर शोर से लगी हुई हैं। पशुपालन विभाग के सयुंक्त निदेशक डॉ.सुनील माटा ने बताया कि जिले गोवंश मेें लंपी स्किन रोग नियंत्रण में है और अब जल्द ही मेहनत के अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशासन के निर्देशों से विभाग ने एलएसडी कंट्रोल रूम प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर स्थापित किया है, इससे ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में पशुपालकों को लंपी बीमारी से संक्रमित गोवंश का उपचार कराने में आसानी हुई है।