जानकारी के मुताबिक जिले के मांगरौल गांव स्थित एक मकान के पास ईंधन लेने गई महिला को कुछ आवाज सुनाई दी, उसने देखा तो अचानक से पैंथर बाहर आया और दूसरे मकान में जा घुसा। जिस पर महिला ने ग्रामीणों को सूचना दी। वन विभाग को सूचना मिलने पर शाम को गांव में टीम पहुंचे और उसे रेस्क्यू करने का प्रयास किया। लेकिन, रात तक वह रेस्क्यू नहीं हो पाया।
इस दौरान हमले में दो ग्रामीण शंकर पुत्र रामचरण व विशाल पुत्र गंगाराम घायल हो गए। पैंथर रात में राधेश्याम कटारा के मकान में घुस गया। जिस पर परिजनों ने गेट बंद कर दिए। रातभर ग्रामीण खौफ के साये में रहे। हालांकि, बुधवार दोपहर वन विभाग की टीम ने पैंथर पर काबू पा लिया।
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आला अधिकारियों की सूचना पर सवाईमोधापुर से बुधवार दोपहर रेस्क्यू टीम पहुंची। टीम के सदस्य राजवीर सिंह व जसकरण ने उसे बाद में ट्रेंक्यूलाइज कर काबू पाया। टीम उसे बाद में रेस्क्यू कर धौलपुर लेकर पहुंची। शाम को पैंथर को धौलपुर के वन विहार इलाके में छोड़ दिया। रेस्क्यू के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।