आगामी सीजन में बाड़ी रोड पर नहीं बहेगा पानी बरसात के मौसम में शहर के बाड़ी रोड इलाके के लिए आफत बनने वाला छितरिया साल अब आगामी बरसाती सीजन में लोगों को नहीं डराएगा। जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी की पहल पर छितरिया ताल के पानी का उपयोग पेयजल के लिए किया जाएगा। पीएचईडी विभाग ने छितरिया ताल के पानी का उपयोग अमृत योजना 2.0 में शामिल किया है। छितरिया ताल पर पंप हाउस के निर्माण और नई लाइन बिछाने के लिए जल्द टेण्डर जारी होगा। बता दें कि बरसात के दिनों में छितरिया ताल ओवरफ्लो होने से पानी बाड़ी रोड पर बहकर आता था जो आसपास की कॉलोनियों में घुसने से लोगों के मुसीबत बन जाता है। वहीं, पीएचईडी शहर में पुरानी पड़ चुकी लाइन के स्थान पर करीब 50 किमी की नई लाइन बिछाएगा।
नए बाइपास का कार्य शुरू होने की उम्मीद गत बजट में प्रदेश में कई बाइपास और फ्लाईओवर निर्माण की घोषणा हुई थी। इसमें जिले को भी दो बाइपास मिले थे। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 123 से राष्ट्रीय राजमार्ग 11बी को जोड़ा जाएगा। इससें शहर में जाने वाले ट्रेफिक से राहत मिलेगी। इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 से एनएच 2ए को जोड़ा जाएगा। जिससे राजाखेड़ा की तरफ जाना ट्रेफिक शहर की तरफ आने की बजाय सीधे बाइपास से मुड़ जाएगा। इसी तरह शहर में सीवरेज की समस्या सुलझाने के लिए नगर परिषद प्रशासन सीवरेज के नए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। यह प्रस्ताव करीब 156 करोड़ रुपए के बताए जा रहे हैं। इससे आगानी समय में सीवरेज की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद बंधी है।