कमरों में फर्श दबे, दरारें बढ़ी रही आनंद नगर व शिवनगर पोखरा समेत कुछ कॉलोनियों के रहवासियों की ङ्क्षचता बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि कमरों में जगह-जगह दरार आ रही हैं। साथ ही कमरों में फर्श दब रहे हैं। मार्बल और टाइल्स दबने से चटक रही हैं। लोगों का कहना है कि कॉलोनियों में लगातार करीब दो माह से जलभराव से स्थिति बिगड़ गई है। नींव में लगातार पानी घुस रहा है जिससे मकानों को नुकसान पहुंचा है। स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो हाइसे की वजह बन सकती है।
बाड़ी रोड से नहीं थम रहा पानी उधर, शहर में बाड़ी रोड से सैंपऊ रोड की तरफ आ रहा पानी नहीं थम पा रहा है। पानी लगातार बह रहा है। यहां जगदीश तिराहे के पास से पानी गायत्री कॉलोनी की तरफ नाले में जा रहा है। यह नाला सेंट कॉनार्ड से चोपड़ मंदिर की तरफ जाता है लेकिन यह नाला चौक पड़ा है। जिससे पानी निकलने की बजाय कॉलोनियों में ही घुस रहा है।
नाले बंद पड़े, मनमर्जी से डलवा रहे मिट्टी यहां सैंपऊ रोड पर दोनों तरफ के नाले बंद पड़े हैं। नालों में गंदगी भरी पड़ी है जिससे पानी आगे नहीं जा पा रहा है। सैंपऊ रोड पर ही अयोध्या कुंज कॉलोनी में जा रहे रास्ते की पुलिया पर गलत तरीके मिट्टी डालकर अतिक्रमण की स्थिति बन गई है। लोगों को निकलना मुश्किल हो रहा है। लेकिन नगर परिषद मनमर्जी से मिट्टी डलवा रहे लोगों पर कार्रवाई नहीं करने से यह समस्या और बढ़ा रहे हैं।
गंगानगर टीम प्रभारी ने सीकर टीम में ओवरेज खिलाड़ी के लगाए आरोप सैंपऊ उपखण्ड के तसीमों में चल रहे राज्य स्तरीय छात्र छात्रा 14 वर्षीय टूर्नामेंट में सीकर टीम में 14 वर्ष की आयु से अधिक खिलाडिय़ों के सम्मिलित होने को लेकर गंगानगर टीम प्रभारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में गु्रप में सीकर टीम 12 अंकों के साथ पहले नंबर पर है। वहीं गंगानगर की टीम 9 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर काबिज है। टूर्नामेंट के दौरान दो दिन पूर्व गंगानगर टीम प्रभारी ने सीकर टीम में 14 वर्ष से अधिक आयु के खिलाड़ी सम्मिलित होने को लेकर चैलेंज किया था और मेडिकल कराने की मांग की थी। गंगानगर टीम प्रभारी ने बताया 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों में दाढ़ी मूंछ व मसल्स बढ़ी हुई नहीं होती है जबकि सीकर टीम के कई खिलाडिय़ों के यह सारी चीज मौजूद हैं। सीकर टीम का एक खिलाड़ी जिसकी आयु करीब 19 से 20 वर्ष होगी जो अंडर 14 वर्ष की टीम में खेल रहा है। जिसको हमने चैलेंज किया ओर मेडिकल के लिए मैंने निर्धारित 200 रुपए की फीस पर्ची भी कटा ली गई और टूर्नामेंट प्रभारी को लिखित में शिकायत कर मेडिकल की मांग की थी। जिस पर मेडिकल बोर्ड का गठन भी कर दिया गया। मेडिकल के लिए टूर्नामेंट प्रभारी द्वारा भेजे गए इंचार्ज के साथ सीकर टीम प्रभारी खिलाडिय़ों के साथ धौलपुर पहुंचे। वह भी धौलपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने मेडिकल चेकअप कराने से मना कर दिया। जिसकी डॉक्टर ने लिखित में सूचना इंचार्ज को दे दी गई थी। उसके बावजूद भी टीम टूर्नामेंट में मैच खेल रही है। जिससे टूर्नामेंट के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।