धौलपुर

मौसम: तरसा-तरसा कर देर शाम को आखिर बरसे मेघ, गर्मी से कुछ राहत

बारिश न होने से शहरवासी मायूस बने हुए थे। लेकिन बुधवार देर शाम मौसम ने करवट ली और शाम को हुई बरसात से आमजन को राहत मिली। हालांकि, बरसात करीब 15 से 20 मिनट रही।

धौलपुरJul 03, 2024 / 10:52 pm

rohit sharma

धौलपुर. बरसात से सडक़ पर भरा पानी।

धौलपुर. बारिश न होने से शहरवासी मायूस बने हुए थे। लेकिन बुधवार देर शाम मौसम ने करवट ली और शाम को हुई बरसात से आमजन को राहत मिली। हालांकि, बरसात करीब 15 से 20 मिनट रही। इससे पहले लोग उमस के साथ धूप से परेशान थे। पिछले दो दिन आसमान में बादल छाते जरूर रहे थे लेकिन बरसात नहीं होने से लोग निराश थे। वहीं जिले में खंड बारिश भी चिंता का विषय बनते जा रही है। हालांकि अधिकतम तापमान में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं देखी गई। मगर आदर््ता 93 प्रतिशत दर्ज की गई। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 28.7 डिग्री रहा।
मानसून की एंट्री के शुरुआती दो बारिश के बाद मानों ब्रेक सा लग गया था। जिस कारण उमस का ग्राफ भी बढ़ गया है। इससे शहरवासियों के साथ अब किसान भी चिंतित नजर आ रहे हैं। क्योंकि बोवनी के लिए अभी खेतों की जुताई भी नहीं हुई है। लेकिन बुधवार देर शाम हुई बरसात से आमजन को राहत मिली। बरसात से शहर में कुछ स्थानों पर सडक़ों पानी भरने से लोग परेशान दिखे।
पैर फिसलने से दो बालकों की नदी में डूबने से मौत

नादनपुर थाना क्षेत्र में मडपिपरौदा के पास शेरनी नदी में मंगलवार देर शाम दो बालकों की डूबने से मौत हो गई। दोनों बालक अन्य दोस्तों के साथ नदी किनारे गए हुए थे। यहां पैर फिसलने से वह नदी में जा गिरे। सूचना पर ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार नादनपुर थाना क्षेत्र के मड पिपरौदा के समीप शेरनी नदी में शाम को मानव (8) पुत्र लक्ष्मण कुशवाह व कान्हा (7) पुत्र लोकेन्द्र कुशवाहा निवासी नादनपुर अपने दोस्तों के साथ यहां नदी किनारे गए हुए थे। बताया जा रहा है कि अचानक दोनों का पैर फिसल गया और वे नदी में जा गिरे। मौके पर मौजूद दो दोस्तों ने गांव में जाकर ग्रामीण व परिजनों को सूचना दी। जिस पर लोग मौके पर पहुंचे और तलाश कर दोनों को बाहर निकाला। जिस पर परिजन एक बसेड़ी और दूसरे को बाड़ी अस्पताल ले गए। जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी राजेन्द्र गिरी ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, जिस पर पंचनामा कर शव सौंप दिए।
बेटे को गंभीर बीमारी, सरकार से लगाई गुहार

बाड़ी. शहर में एक 17 साल का किशोर गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। किशोर के इलाज में उसके परिवार ने अब तक लाखों रुपए खर्च कर चुका है। परिजनों का कहना है कि जो भी जमा पूंजी थी वो खर्च हो गई। चिकित्सक इलाज के लिए अभी 20-25 लाख रुपए का खर्चा आना बता रहे हैं। पीडि़त पिता ने मंगलवार को एसडीएम राधेश्याम मीणा को पत्र सौंपकर सरकारी सहायता की मांग की।
एसडीएम को दिए ज्ञापन में गांव रुंध का पुरा निवासी विशंभर पुत्र नहनेराम कुशवाहा ने गुहार लगाई कि उसका 17 वर्षीय पुत्र हरिराम पिछले एक वर्ष से गंभीर बीमारी अपीऑस्टिक अनैमिया नॉन सीवियर से पीडि़त है। बेटे का इलाज अभी निजी हॉस्पिटल जयपुर में चल रहा है। एक साल के इलाज के दौरान चिकित्सक की सलाह पर 6 से 7 लाख का एटीजी इंजेक्शन भी लग चुका है। परिवार पर अब तक उपचार पर 12 से 14 लाख तक खर्च हो चुका है। इसमें सारी जमा पूंजी लग गई है। अभी भी हरिराम के स्वास्थ्य में सुधार नहीं है। डॉक्टर्स ने ट्रांसप्लांट करने का सलाह दिया है। इसमें 20 से 25 लाख रुपए का खर्चा आएगा। ऐसे में परिवार सदमे में है और उपचार के लिए सरकार और प्रशासन से गुहार लगा रहा है। इसको लेकर पीडि़त विशंभर कुशवाह और रुंध का पुरा के ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। विशंभर कुशवाहा ने बताया कि उनके बेटे की जिंदगी बचाने के लिए अब उनके पास कुछ भी नहीं है। उनके परिवार में एक बेटी भी है जो शादी योग्य है। उसने उच्च शिक्षा ग्रहण कर रखी है। कोई रोजगार नहीं है। पीडि़त विश्वंभर के साथ आए ग्रामीण पप्पू, लाखन, रामचरण ने बताया कि विश्वंभर एक छोटा किसान है। इसके पास कोई ज्यादा खेती भी नहीं है। जैसे-तैसे परिवार का पालन कर रहा है। उस पर यह पहाड़ टूट गया है। ऐसे में सहायता की जरुरत है।

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