नगर परिषद की विशेष बैठक की शुरुआत पार्षद प्रतिनिधियों के हंगामे के साथ हुई। बैठक में गौर करने वाली बात यह थी कि मानो बैठक की अगुवाई कलक्टर श्रीनिधि बीटी कर रहे हों। क्योंकि पार्षदों की समस्याओं को कलक्टर ने ही सुना और उनको जवाब भी कलक्टर ही दे रहे थे। बैठक में सर्वप्रथम नेता प्रतिपक्ष कुक्कू शर्मा ने नगर आयुक्त पर शहर में साफ-सफाई, कचरा पात्र न होने और अन्य विकास कार्य न कराने का आरोप लगाते हुए कटघरे में खड़ा कर दिया। जिस पर परिषद की ओर से कहा गया कि जल्द ही शहर के 38 वार्डों का सफाई ठेका दिया जाएगा। और शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। लेकिन पार्षद यहीं नहीं रुके उन्होंने आयुक्त पर कोई कार्य न करने और अपनी जेब भरने का आरोप लगाते हुए उन्हें खरी-खरी सुनाई। पार्षदों ने कहा कि जब कि आयुक्त को काम के लिए फोन लगाते हुए वह कभी फोन तक नहीं उठाते, हमारे कार्य को कराना तो दूर वह बात तक नहीं करते।
भारती शर्मा ने सुनाई सभापति को खरी-खरी बैठक में वार्ड 12 की पार्षद भारती शर्मा ने सभापति खुशुबू सिंह पर जोरदार हमला बोलते हुए उनपर कोई कार्य न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आप लोगों का काम बस घरों में ही बैठना है। आपने कभी हम लोगों की समस्याओं को नहीं सुना। उन्होंने कहा कि बस आपकी जेबें भरनी चाहिए, जनता भले ही मरती रहे। पार्षदों ने कहा कि आपने ऑफिस में सीसीटीवी कैमरे तक बंद करा रखे हैं। जिस पर सभापति ने कहा कि आप निराधार आरोप लगा रही हैं। आप कभी भी समस्याएं लेकर आती नहीं।
…उपसभापति का भी छलका दर्द बैठक में पार्षदों ने आयुक्त अशोक शर्मा, सभापति खुशबू सिंह और उप सभापति माया शर्मा पर विकास कार्य न कराने का आरोप लगाया तो उपसभापति का भी दर्द छलक सबके सामने आ गया। उपसभापति माया शर्मा ने पार्षदों को रोकते हुए कहा कि मैं उपसभापति होने के बाद भी मेरे वार्ड में भी कोई कार्य नहीं हो रहा है। साफ-सफाई और चेम्बर की समस्या से मेरा वार्ड भी अछूता नहीं है। परिषद में मेरी भी कोई सुनवाई नहीं है। कोई साफ-सफाई व्यवस्था को सही करने पर जोर नहीं दे रहा।
कड़ी सुरक्षा के बीच हुई बैठक पार्षदों की मांग पर आहुत की गई नगर परिषद की विशेष बैठक में कोई गहमागहमी न हो इसका ध्यान रखते हुए बैठक कड़ी सुरक्षा की बीच आयोजित की गई। इस कारण बैठक का नजारा ही अलग दिख रहा था। बैठक में कोतवाली प्रभारी, महिला पुलिस से लेकर दल-बल भी मौजूद था। जिसका पार्षदों ने भी विरोध किया। लेकिन पुलिस बल वहीं मौजूद रहा।
लाइटों को लेकर कलक्टर ने लगाई लताड़ पार्षदों ने कहा कि नगर परिषद ने अभी तक शहर में लाइटों की भी व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया है। जिस कारण कई वार्डों में अंधेरा व्याप्त है। कई बार शिकायत के बाद भी नई लाइटें नहीं दी जा रही और न ही पुरानी लाइटों को ही सही कराया जा रहा है। जिस पर नगर आयुक्त ने नई लाइटों की सप्लाई न मिलने की बात कही। जब कलक्टर ने 2023 में टेण्डर होने के बाद भी पिछले एक साल से भी ज्यादा समय होने पर नई लाइटें न मिलने की बात सुनी तो अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा डिफाल्टर लोगों को काम न देने की बात की। और जल्द ही लाइटों की सही कराने को कहा।
भाजपा पार्षदों ने अनदेखी का लगाया आरोप भाजपा पार्षदों ने नगर परिषद आयुक्त पर कांग्रेस पार्षदों के कार्यों को करने और उनके कार्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। वार्ड 40 के पार्षद विक्रम सिसौदिया ने कहा कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तब भी कांगेस पार्षदों के काम धड़ल्ले से हो रहे थे, लेकिन अब जब राज्य में भाजपा सरकार है तब भी भाजपा पार्षदों की अनदेखी की जा रही है। पार्षदों ने कहा कि अगर भाजपा पार्षद के वार्ड में भले ही बड़ी समस्या है तो वहां कोई नहीं जाएगा, लेकिन कांग्रेस पार्षद के वार्ड में छोटी समस्या पर पर भी परिषद की टीम पहुंच जाएगी।
एक कांन्ट्रेक्टर ठेका को लेकर उलझे पार्षद शहर की साफ-सफाई और विकास कार्यों के नाम पर बुलाई गई। नगर परिषद की विशेष बैठक विकास कार्यों को कराने के तरीके को लेकर समाप्त हुई। पार्षद विकास कार्यों का काम एक कांन्ट्रेक्टर को देने के नाम पर आमने-सामने आ गए। बैठक में कुछ पार्षदों ने विकास के नाम पर एक कान्ट्रेक्टर को ही नालों की सफाई का ठेका देने की बात की। जो अन्य पार्षदों को सही नहीं लगी। और एक कांन्टे्रक्टर को सफाई का ठेका देने का विरोध किया। जिसके बाद पार्षद आपस में ही उलझ गए। मौका देख बैठक का समापन कर दिया गया।
मेला में इस बार नहीं होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम शरद मेला के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ इस बार सैलानी नहीं ले पाएंगे। क्योंकि बैठक की समाप्ति के दौरान सभापति खुशबू सिंह ने सास्कृतिक कार्यक्रम न कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस बार मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयाजित नहीं होंगे।
नगर परिषद का यह रवैया ठीक नहीं है। जल्ह ही इसको लेकर हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की जाएगी। और एक-दो दिन में पार्षद सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे। -कुक्कू शर्मा, नेता प्रतिपक्ष नगर परिषद