ज्योतिषाचार्य हनुमान दास ने बताया कि वृषभ राशि में सूर्य, शुक्रऔर गुरु पहले से मौजूद हैं। इस तरह वृषभ राशि में चार ग्रहों की युति से चतुग्र्रही योग बनेगा। ज्योतिष में चतुग्र्रही योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, भोग-विलास, आकर्षण, सौंदर्य और कला का कारक ग्रह माना गया है। जबकि बुध को बुद्धि, व्यापार और संचार का कारक ग्रह होता है। बुध 31 मई को वृषभ राशि में गोचर करेंगे और वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्रदेव हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध और शुक्र की बीच मित्रता का भाव रहता है। इस तरह से बुध के अपने मित्र की राशि में गोचर करने कुछ राशि के जातकों को करियर में अच्छा लाभ मिल सकता है।
कन्या राशि: बुध का वृषभ राशि में गोचर और इससे बनाने वाला चतुग्र्रही योग कन्या राशि के लोगों के करियर में अच्छा मुकाम दिलाएगा। करियर में अच्छी ग्रोथ मिलने की पूरी संभावना है। नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी के अच्छे अवसर मिल सकते हैं। वहीं इसके अलावा जो जातक व्यापार और काम, धंधे से जुड़े हैं उनको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। धन लाभ के अवसरों में वृद्धि होगी और कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता मिल सकती है।
मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए 31 मई को वृषभ राशि में गोचर आपके करियर के लिए अच्छा संकेत है। आपको नए अवसरों की प्राप्ति होगी। करियर में प्रगति के कई अवसर आपको प्राप्त होंगे। नौकरी में पदोन्नति के अच्छे योग बन रहे हैं। वहीं जो लोग किसी काम,धंधे में हैं उनको कोई अच्छा आर्डर मिल सकता है।
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए बुध का शुक्र की राशि में प्रवेश किसी वरदान से कम नहीं हैं। करियर में आपको अच्छा मुकाम हासिल होगा और कई तरह के सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा। अच्छे अवसरों के आने से आपका बैंक बैलेंस बढ़ेगा। भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा जिससे आपको हर एक काम बहुत ही आसानी के साथ पूरे होंगे।
कुंभ राशि: बुध, शुक्र, सूर्य और गुरु के वृषभ राशि में एक साथ होने के कारण बना चतुग्र्रही योग कुंभ राशि के जातकों को बहुत अधिक फायदा दिला सकता है। नौकरीपेशा जातकों को अच्छा लाभ और तरक्की के अवसर मिलेंगे। बिजनेस के क्षेत्र में बनाई गई कई तरह की रणनीतियां कारगर और फलदायी होगा। अचानक से धन लाभ के अवसर मिलेगा।