धौलपुर. आखिरकार शरद मेला को लेकर हो रही देरी पर सोमवार को विराम लग गया। नगर परिषद प्रशासन की ओर से मेला को ठेका देने के साथ ही परिषद सभागार में खुली बोली का आयोजन किया गया। जिसमें कई व्यापारी शामिल हुए और उन्होंने अपनी-अपनी बोली लगाई। आखिर में मेले की अंतिम बोली 83.11 लाख रुपए पर छूटी। बोलीदाता को अब तीन दिन में राशि जमा करानी होगी। ठेकेदार अब मेला मैदान में दुकानों के लिए भूखण्ड काट सकेगा। साथ ही ग्राउण्ड के बाहर मचकुण्ड रोड पर पार्किंग भी दी गई है। बता दें कि इससे पहले मेले को ठेका पर दिए जाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष कुक्कू शर्मा की ओर से विरोध जताया गया था।
शरद मेला की बोली के लिए सुबह से ही नगर परिषद सभागार में कुछ ठेकेदार पहुंच गए थे। इन्होंने संबंधित प्रक्रिया पूर्ण की और उसके बाद सभागार में बोली की कार्रवाई शुरू की गई। शरद मेला के लिए अलग-अलग व्यापारियों ने बोली लगाई। जिसमें अंत में 83.11 लाख रुपए की बोली छूटी। प्रक्रिया के दौरान नगर परिषद आयुक्त अशोक शर्मा, अधिशासी अभियंता बृजमोहन अग्रवाल समेत अन्य कमेटी के अन्य सदस्य मौजूद रहे। बता दें कि बोली प्रक्रिया से नगर परिषद को लाभ हुआ है। बीते साल शरद मेले से परिषद की आय करीब 44 लाख रुपए हुई थी। वहीं, मेले में लाइट व्यवस्था ठेकेदार अपने स्तर पर करेगा। मेले की न्यूनतम सरकारी आरक्षित राशि 50 लाख रुपए रखी गई थी।
अब 10 नवम्बर से शुरू होगा मेला शरद मेला अब 10 नवम्बर से शुरू होकर जो 9 दिसम्बर तक चलेगा। हालांकि, बता दें कि मेला आयोजन को लेकर डंडा पहले ही गढ़ चुका है। वैसे मेला शरद पूर्णिमा पर शुरू होता था लेकिन यह धीरे-धीरे दीवाली तक पहुंच गया। इस दफा ठेका प्रक्रिया पर मेले देने के चलते इसमें खासी देरी हुई है।