– मूक-बधिर यात्रियों के लिए स्टेशन उपलब्ध कराई जाएगी सुविधाएं
– रेलवे कर्मचारियों को कर रहा प्रशिक्षित Agra Cantt railway station news: धौलपुर. मूक-बधिर (दिव्यांग) यात्रियों को रेलवे में सफर के दौरान किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसको लेकर रेलवे ने मूक-बधिर यात्रियों की भाषा समझने के लिए रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना शुरू किया है। ऐसा ही सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम मंडल रेल प्रबंधक आनन्द स्वरुप के निर्देशन एवं अमन वर्मा के मार्ग दर्शन में आगरा में आयोजित हुआ। यह प्रशिक्षण अलग-अलग तिथियों में दिया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण विशेष शिक्षाविद् एसएसए आगरा की ओर से दिया जा रहा है। खास बात ये है कि आगरा कैंट रेलवे स्टेशन को देश का पहला दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है।कैंट स्टेशन पर नेत्रहीन, दिव्यांग, मूक-बधिर दिव्यांगों के लिए रेलवे स्टेशन के साथ ट्रेनों में सभी उच्च सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अब दिव्यांगों के लिए उनकी भाषा और स्टाइल समझने वाले रेलवे कर्मचारी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। नेत्रहीन दिव्यांगों के लिए ब्रेल लिपी साइन, व्हील चेयर और ट्रेन में चढऩे के लिए रैम्प की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही दिव्यांगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए सांकेतिक भाषा में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
व्हील चेयर और पोर्टेबल रैम्प सुविधा रहेगी उपलब्ध पैरों से दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध की गई है जो प्लेटफार्म पर ही मिलेगी। इसके साथ ही पोर्टेबल रैम्प की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पोर्टेबल रैम्प की मदद से व्हील चेयर से दिव्यांगजन ट्रेन के कोच में आसानी से चढ़ सकेंगे। रेलवे के कर्मचारियों के सांकेतिक भाषा सीखने तक रेलवे ने मूक दिव्यांगजनों के लिए वीडियो बनाए गए हैं। इन वीडियो से मूक दिव्यांगजनों को काफी मदद मिलेगी।