साल में सबसे अधिक शादियां मई और जून माह में होती है, लेकिन इस समय गुरु और शुक्र अस्त थे। ऐसे में दोनों ही माह में लग्न मुहूर्त नहीं थे। मई की शुरुआत से ही विवाह कार्यों पर विराम लगा था। 2 जून को गुरु उदित हो चुके हैं, जबकि 30 जून को शुक्र का भी उदय हो जाएगा। ऐसे में 3 जुलाई से लग्न मुहूर्तों की शुरुआत हो जाएगी। जुलाई माह में 6 से 10 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे, जिसमें मुख्य रूप से 9 जुलाई से 15 जुलाई तक मुख्य 6 विवाह मुहूर्त में जमकर शादियां होगी। इसके बाद 17 जुलाई 2024 को देवशयनी एकादशी के दिन से चातुर्मास शुरू हो जाएगा। इस दिन से देव शुरू हो जाएंगे और 4 माह के लिए मांगलिक कार्यों पर फिर रोक लग जाएगी।
भोपाल के टेंट व्यवसायी योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे पास जुलाई में खासकर 10 से 15 तक अच्छी बुकिंग है। बारिश को देखते हुए राउंड वाले डोम और वॉटरप्रुफ टेंट की डिमांड है। अभी भी लोग बुकिंग के लिए आ रहे हैं। लेकिन अधिकांश आर्डर हो चुके हैं। बारिश को देखते हुए लोग वाटरप्रूफ टेंट की ज्यादा मांग कर हरे हैं।
बारिश के चलते हॉल में शादी
अयोध्या नगर के राजेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि बेटे की शादी 11 जुलाई को है। मई और जून में शादी नहीं थी, इसलिए जुलाई के मुहूर्त में निकालना पड़ा। बारिश के मौसम को देखते हुए गार्डन के बजाए हॉल से और बारिश नहीं हुई बाहर शादी करेंगे। मौसम को देखते हुए हमने दोनों आप्शन रखे हैं। ये भी पढ़ेंः Budh Uday: बुध उदय से होगी धन वर्षा, 7 राशियों के लिए होगा वरदान
4 माह नहीं होंगे विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश
विवाह सहित मांगलिक कार्यों पर फिर चार माह का विराम लग जाएगा। देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक 4 महीने शादी नहीं होगी। पं. विष्णु राजौरिया ने बताया कि देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक चातुर्मास माना जाता है। इन चार महीनों में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, प्राण प्रतिष्ठा सहित मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योकि सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु 4 माह तक क्षीर सागर में विश्राम करते हैं। देवउठनी एकादशी पर सालिगराम तुलसी के विवाह के साथ मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।ये हैं विवाह के शुभ मुहूर्त
- मंगलवार , 9 जुलाई 2024
मुहूर्त: दोपहर 02:28 बजे से शाम 06:56 बजे तक
नक्षत्र: मघा, तिथि: चतुर्थी
मुहूर्त: दोपहर 01:04 बजे से अगले दिन 12 जुलाई सुबह 04:09 बजे तक
नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी, तिथि: षष्ठी
3. शुक्रवार, 12 जुलाई 2024
मुहूर्त: सुबह 05:15 बजे से अगले दिन 13 जुलाई सुबह 05:43 बजे तक
नक्षत्र: हस्त, तिथि: सप्तमी 4. शनिवार, 13 जुलाई 2024
मुहूर्त: सुबह 05:43 बजे से दोपहर 03:05 बजे तक
नक्षत्र: हस्त, तिथि: सप्तमी
मुहूर्त: सुबह 05:15 बजे से अगले दिन 13 जुलाई सुबह 05:43 बजे तक
नक्षत्र: हस्त, तिथि: सप्तमी 4. शनिवार, 13 जुलाई 2024
मुहूर्त: सुबह 05:43 बजे से दोपहर 03:05 बजे तक
नक्षत्र: हस्त, तिथि: सप्तमी
5. रविवार 14 जुलाई 2024
मुहूर्त: रात 10:06 बजे से 15 जुलाई सुबह 05:44 बजे तक
नक्षत्र: स्वाति, तिथि: नवमी 6. सोमवार, 15 जुलाई 2024
मुहूर्त: सुबह 05:44 बजे से अगले दिन सुबह 12:30 बजे तक
नक्षत्र: स्वाति, तिथि: नवमी, दशमी
मुहूर्त: रात 10:06 बजे से 15 जुलाई सुबह 05:44 बजे तक
नक्षत्र: स्वाति, तिथि: नवमी 6. सोमवार, 15 जुलाई 2024
मुहूर्त: सुबह 05:44 बजे से अगले दिन सुबह 12:30 बजे तक
नक्षत्र: स्वाति, तिथि: नवमी, दशमी