वहीं भक्त हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी व्रत रखते हैं। मान्यता है कि इस व्रत से भगवान प्रसन्न होकर हर मनोकामना पूरी करते हैं और जीवन में उन्नति होती है। इसके अलावा जो श्रद्धालु विनायक चतुर्थी का उपवास करते हैं, भगवान गणेश उन्हें ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते हैं। विशेष बात यह है कि विनायक चतुर्थी के दिन गणेश पूजा दोपहर को की जाती है।
कब है ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी
ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी प्रारंभः 9 जून रविवार शाम 03:44 बजेज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी समापनः 10 जून सोमवार शाम 04:14 बजे
ज्येष्ठ विनायक चतुर्थीः सोमवार 10 जून 2024, इस दिन 2 घंटे 42 मिनट पूजा का समय है।
विनायक चतुर्थी पूजा का समयः सुबह 10:59 बजे से दोपहर 01:41 बजे
विनायक चतुर्थी गणेशजी पूजा मंत्र
- श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥ - ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये
वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥ - ॐ एकदन्ताय विद्धमहे, वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥