1- श्री आदित्य सूर्य मंत्र- ।। ॐ सूर्याय नमः ।। का जप करने से उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु, वीर्य एवं ओज की प्राप्ति शीघ्र होने लगती हैं । व्यक्ति के शरीर एवं आंखे से संबधित सारे रोग दूर हो जाते हैं । बड़े से बड़ा शत्रु भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते ।
2- श्री हनुमान मंत्र- ।। ॐ श्री हनुमते नमः ।। का नियमित जप करने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में विजय और बल की प्राप्ति होने लगती हैं ।
3- श्री नारायण मंत्र- ।। हरि ॐ ।। का दिन में जितनी अधिक बार उच्चारण किया जाये तो इसके प्रभाव से वाणी शुद्ध होने के साथ व्यक्ति की पाँचों ज्ञानेन्द्रियां एवं मूलाधार चक्र का शोधन, जागरण शुरू होकर अनेकों रोगों के कीटाणु भी नष्ट हो जाते है ।
4- सीता पति मंत्र- ।। हे राम ।। रमन्ते योगीनः यस्मिन् स रामः । अर्थात- जिसमें योगी पुरूष रमण करते हैं वह राम ही हैं । रोम रोम में जो चैतन्य आत्मा है वह राम ही हैं । दिन में जितना अधिक हे राम नाम का जप या उच्चारण किया जाये तो व्यक्ति की सारी मनोकामना पूरी हो जाती हैं ।
5- महालक्ष्मी मंत्र- ।। ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः ।। इस मंत्र हर रोज 108 बार या उससे अधिक बार जप करने से भरपूर धन की प्राप्ति होने का साथ जीवन की सारी निर्धनता हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं ।
का निवारण होता है।