ऐसे करें षटतिला एकादशी का व्रत
1- षटतिला एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके धुले हुये पीले वस्त्र ही पहनना चाहिए, एवं जल में तिल डालकर स्नान करें ।
2- इस दिन प्याज लहसुन और तामसिक भोजन का प्रयोग बिल्कुल भी प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
3- इस दिन सुबह और शाम दोनों समय एकादशी पर घर में पूजा पाठ करना चाहिए । साथ ही एक पीले आसन पर बैठकर नारायण कवच का 3 बार पाठ करने से मन की इच्छा जरूर पूरी होती है ।
4- षटतिला एकादशी वाले दिन कुशा के आसन पर बैठकर- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप कम से कम 251 बार करना चाहिए ।
5- षटतिला व्रत में झूठ नहीं बोलना चाहिए बड़ों का निरादर नहीं करना चाहिए, काम क्रोध लोभ मोह अहंकार आदि का त्याग कर भगवान की शरण में जाना चाहिए ।
6- षटतिला एकादशी पर तिलों का प्रयोग करके भगवान विष्णु का पूजन करने से अनेक प्रकार की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं ।
7- षटतिला एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले तिल का उबटन भी लगाने का विधान हैं ।
8- पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पांच मुट्ठी तिलों से 108 बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र की आहुति यज्ञ में देना चाहिए ।
9- इस दिन दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके अपने पितरों के लिए तिल से तर्पण करना चाहिए ।
10- रात में सोते समय अपने बिस्तर में तिल जरूर डाल कर सोना चाहिए ।