1- अगर आप भी किसी बड़ी समस्या से घिरे हुए है तो शनिवार के दिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच श्री हनुमान जी के इस सिद्ध चमत्कारी मंत्र का 1100 बार हनुमान जी के सामने सुगंधित धुप जलाकर मंत्र का जप करें ।
मंत्र-
।। ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते । हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये ।।
जब उपरोक्त मंत्र का जप पूरा हो जाये तो उसके बाद 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करें ।
2- अगर किसी को बार बार किसी भी चीज से डर लगता हहो तो उस शनिवार के दिन सूर्योदय के समय पूर्व दिशा में मुख करके इस मंत्र का 700 बार का जप करें ।
मंत्र
।। ॐ हं हनुमंते नम: ।।
3- अगर कोई भूत प्रेत बाधा से पीड़ित हो तो उसको हनुमान जी के मंदिर में ले जाकर हनुमान जी की गदा एवं पैर का सिंदूर का पीड़ित व्यक्ति के माथे पर लंबा टीका लगायें । अब एक गिलास में ताजा पानी लेकर नीचे दिये मंत्र को 108 बार जपकर गिलास के पानी को अभिमंत्रित करें एवं उस पानी भूत प्रेत बाधा से पीड़ित व्यक्ति के उपर थोड़ा सा छिड़कर पूरा पानी पिला दें । तुरंत लाभ होगा ।
मंत्र
।। ॐ हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल: । अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते ।।
।। ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ।।
4- अगर कोई शत्रु या कोई असाध्य रोग से परेशान हो रहे हो तो शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर नीचे दिये मंत्र का जप 108 बार करने के बाद श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें । शीघ्र ही शत्रुओं एवं रोग से मुक्ति मिलेगी ।
मंत्र
।। ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ।।
5- समस्त संकटों से मुक्ति के लिए शनिवार के दिन सुबह 4 से 6 बजे के बीच किसी प्राचीन हनुमान मंदिर में जाकर लाल ऊनी आसन पर बैठकर नीचे दिये हनुमान जी के सिद्ध मंत्र का 551 बार जप करने के बाद 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें ।
मंत्र
।। ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ।।