Vastu Tips : अपने घर में कर लें ये थोड़ा सा बदलाव.. खुशहाली के साथ बरसने लगेगा धन
जिन जातकों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या अन्य शनि से संबंधित परेशानी हो तो ऐसे जातक तुरंत साढ़े 7 रत्ती के नीलम रत्न की अंगूठी बनाकर पहन लें। इससे शनि के दुष्प्रवाव से होने वाली समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। ज्योतिषों के अनुसार नीलम रत्न अन्य सभी रत्नों में सबसे अधिक प्रभावी और शीघ्र असर करने वाला रत्न माना जाता है। नीलम रतन धारण वालो के लिए यह धन में लाभ, समस्या का समाधान, अप्रत्याशित लाभ आदि के साथ तुरंत प्रभाव दिखाने लगता है।
ज्योतिषशास्त्र कहता है कि अगर किसी के ऊपर शनि की कृपा हो जाए तो लोग देखते-देखते धनवान बन ही बड़े से बड़े अमीरों की श्रेणी में आ जाते हैं। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए लोग अनेक उपाय करते रहते हैं। रत्न ज्योतिष कहता है कि नीलम रत्न धारण करने से शनि के प्रभाव से बचा जा सकता है और सकारात्मक ऊर्जा के साथ सफलता मिलने लगती है।
इस रत्न को पहनने वाले बन जाते हैं करोड़पति, हर दिन होते हैं चमत्कार ही चमत्कार
ऐसे धारण करें नीलम रत्न
कम से कम 7 या 5 रत्ती के नीलम रत्न को शनिवार के दिन पंचधातु या स्टील की अंगूठी में जड़वाकर सूर्यास्त से दो घंटे पहले ही बीच की अवधी में सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले इस शनि मंत्र से “ऊँ शं शनैश्चराय नम:” का 11 हजार बार जप करने का बाद नीलम रत्न सिद्ध हो जाता है। ध्यान रहे बिना सिद्ध किये और 5 रत्ती से कम का नहीं पहनना चाहिए। इसे पहनने के साथ अन्य रत्न जैसे माणिक्य, मोती, मूंगा, पीला पुखराज आदि कभी नहीं पहनना चाहिए।
1- नीलम रत्न का प्रभाव बहुत जल्द दिखने लगता है। कहा जाता है कि यदि नीलम आपके लिए अनुकूल नहीं है तो आपके आखों में जलन महसूस होने लगती है।
2- नीलम रत्न का शुभ फल होने पर नौकरी और व्यवसाय में उन्नति का संकेत भी तुरंत देता है ।
3- नीलम अगर शुभ फल न दें तो इसे धारण करने वाले को तुरंत आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।
4- नीलम जिनके लिए अनुकूल और शुभ होता है उन्हें धारण करते ही सबसे पहले स्वास्थ्य संबंधीं परेशानी दूर हो जाती है।
5- नीलम रत्न पहनने के बाद अगर अच्छा फल नहीं दो हो तो पहनने वाले के साथ किसी दुर्घटना में चोट लगने का डर रहता है।
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