पूजा में करें ये उपाय (Do These Measures During Worship)
शिवलिंग का अभिषेक करें: इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और गंगाजल चढ़ाएं। साथ ही ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं: शनिदेव की कृपा पाने के लिए सरसों का तेल और काले तिल का दान करें। इससे शनि दोष शांत होता है और आर्थिक परेशानियां कम होती हैं। गरीबों को भोजन और दान दें: शनि प्रदोष के दिन गरीबों को भोजन कराना और वस्त्र दान करना बहुत शुभ माना जाता है। यह आपकी किस्मत को चमकाने में मदद करेगा।
सूर्यास्त के समय दीपक जलाएं: सूर्यास्त के समय भगवान शिव और शनिदेव के मंदिर में दीपक जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और धन लाभ के योग बनते हैं। घर में धन संपदा का आगमन होता है।
काले रंग का परिधान पहनें: इस दिन काले कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। यह शनि ग्रह के प्रभाव को मजबूत करता है।
शनि प्रदोष व्रत का महत्व (Importance of Shani Pradosh fast)
शनि प्रदोष व्रत हर महीने त्रयोदशी तिथि को आता है। इस व्रत में व्रतधारी को पूरी श्रद्धा के साथ दिनभर उपवास रखना चाहिए और भगवान शिव व शनिदेव की आराधना करनी चाहिए। इससे जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और धन-धान्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही दोनों देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जिससे सभी संकटों से छुटकारा मिलता है।साल का पहला प्रदोष व्रत कब (When is the first Pradosh fast of the year)
साल 2025 का पहला शनि प्रदोष व्रत 11 जनवरी को मनाया जाएगा। यह व्रत शनिवार के दिन रखा जाएगा। यही कारण है कि इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जा रहा है। 11 जनवरी को त्रियोदशी तिथि सुबह 8 बजकर 22 मिनट पर शुरु होगी और अगले दिन 12 जनवरी की सुबह 6 बजकर 33 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। इसलिए यह शनि प्रदोष व्रत 11 जनवरी को रखा जाएगा। यह भी पढ़ें