शनि की साढ़ेसाती
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि पर उतरती हुई शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पैर पर रहेगा, जिसके कारण इस राशि के जातकों को सपलता, व्यापार में लाभ, प्रगति, अचानक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, मांगलिक कार्य, मुकदमों में सफलता एवं रूके कार्य पूरे होंगे। इसके साथ अग्नि से डर, मित्रों से हानि हो सकती है, इनसे सावधान रहे।
धनु राशि- इस राशि के जातकों पर शनि का प्रभाव हृदय पर रहेगा। थोड़ी परेशानी के बाद व्यापार में अच्छा लाभ मिलेगा, धन-धान्य, सम्पत्ति का लाभ। साथ ही घरेलू झंझटे व तनाव भी हो सकता है। नये साल में धनु राशि में 23 जनवरी 2020 तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी।
मकर राशि- 23 जनवरी 2020 से मकर राशि में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव सिर के उपर रहेगा। पूरे साल इनकों अधिक परिश्रम करना पड़ेगा एवं भूमि संबंधित कोई विवाद भी हो सकता है।
कुंभ राशि- 23 जनवरी 2020 से कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव सिर पर रहेगा, जिस कारण कुंभ राशि के जातकों को थोड़ी बहुत चिंता हो सकती है। लेकिन परिश्रम के साथ सफलता, हर क्षेत्र में लाभ के साथ सभी यात्राएं लाभकारी होगी।
शनि की ढैया
वृषभ राशि- इस राशि पर 23 जनवरी 2020 तक शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा, जिस कारण इस राशि वालों को निजी लोगों से धोखा, यात्रा में कष्ट एवं व्यवसाय में कुछ परेशानियां आ सकती है।
मिथुन राशि- 23 जनवरी 2020 से शनि की ढैया का प्रभाव प्रारंभ होगा, जिस कारण फिजूल खर्च, ग्रह क्लेश, गलत निर्णय, अधिकारियों से कष्ट के साथ कानूनी अड़चने भी आ सकती है।
तुला राशि– 23 जनवरी 2020 से शनि की ढैया का प्रभाव प्रारंभ होगा, जिस कारण इस राशि वालो अत्यधिक लाभ मिलेगा। रूकी हुई पदोन्नति होगी, व्यापार में सफलता, संतान संबंधित सुख, शादी-विवाह, भूमि,-भवन का सुख मिलेगा।
कन्या राशि- शनि की ढैया का प्रभाव 23 जनवरी 2020 तक रहेगा। लेकिन इस राशि वालों को पूरे साल हर क्षेत्र में आर्थिक लाभ मिलता रहेगा।
शनि की साड़े साती और ढैया के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए करें ये उपाय
1- प्रति शनिवार को तेल में मह देखकर उस तेल का दान किसी मंदिर या गरीब को कर दे।
2- शनिवार के दिन घोड़े के नाल की अंगूठी शनिवार को बनाकर, उसी दिन अभिमंत्रित करके पहन लें।
3- दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में हर रोज श्री हनुमान चालीसा का पाठ करके सात बार परिक्रमा करें।
4- शनिवार को पीपल पेड़ पर जल चढ़ाकर, दीपक जलावें एवं सात परिक्रमा करें।
5- इस मंत्र का जप करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होने लगते हैं- “ऊँ शं शनैश्चराय नमः”।
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