।। ऊँ श्री साई नाथाय नमः ।।
इस वंदना का करें पाठ-
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे,
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे ।
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे,
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे, तुझे गले से लगाएंगे ॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे……
हैं राम रमिया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो, वही मेरा साईं है ।
सत्कर्म राहों पे चलना सीखते वो, वही जगदीश हैं ।
प्रेम से पुकार तेरे पाप को जलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे ॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे……
किरपा की छाया में बिठाएंगे तुझको, कहाँ तुम जावोगे ।
उनकी दया दृष्टि जब जब पड़ेगी तुम यह भव तर जावोगे ।
ऐसा है विशवास मन में ज्योत जगायेंगे, तुझे गले से लगाएंगे ॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे……
मुनिओं ने ऋषिओं ने, गुरु शिष्य महिमा का, किया गुणगान है ।
साईं के चरणो में, झुकती सकल सृष्टि, झुके भगवान है ।
महिमा है अपार, सत्य की राह वो दिखलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे ॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे……
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