ये भी पढ़ें- गरीब बना सकती है आपको ये आदत, कहीं आप भी तो नहीं करते ये काम नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहेगा। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में रात 12.52 बजे प्रवेश करेगा और 8 जून की रात 12.11 बजे तक रहेगा लेकिन नौतपा 25 मई से 3 जून तक ही रहेगा। रोहिणी नक्षत्र 15 दिन रहता है। बताया जाता है कि रोहिणी नक्षत्र की दृष्टि साल में एक बार सूर्य पर पड़ता है। कहा जाता है कि शुरू के पहले चंद्रमा जिन 8 नक्षत्रों पर रहता है, उसे नौतपा माना जाता है। इस दौरान सूर्य, मंगल, बुध का शनि से समसप्तक योग होने से धरती के तापमान में इजाफा होता है।
ये भी पढ़ें- अगर आप भी पहनते हैं रात में काले कपड़े, तो हो जाएं सावधान नहीं तो… माना जाता है कि नौतपा के दौरान धरती जितनी तपेगी, आने वाले समय में बारिश के योग बहुत ही अच्छे बनते हैं। बताया जाता है कि नौतपा की तपीश से ही बारिश का अनुमान लगाया जाता है।
ये भी पढ़ें- भूलकर भी कभी न करें ऐसे लोगों से मुकाबला, नहीं तो… रोहिणी नक्षत्र को वृषभ राशि का मस्तक भी माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र में तारों की संख्या पांच होती है। इस दौरान चार ग्रहों का नक्षत्र भी परिवर्तन होता है। इस दौरान शीतलदायक वस्तुओं का दान करना चाहिए। शीतलदायक वस्तुओं का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।