दूध से अभिषेक (anointment with milk)
प्रदोष व्रत के दिन गाय के कच्चे दूध से महादेव का अभिषेक करना बहुत पुण्यकारी होता है। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं साथ ही जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त होती है। और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
गंगाजल से अभिषेक (Abhishek with Ganga water)
भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करना पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। इससे महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और पापों का नाश होता है।
शहद से अभिषेक (anointment with honey)
शहद से अभिषेक करने से भगवान शिव अपने भक्तों पर धन और समृद्धि की वर्षा करते हैं। यह विधि विशेष रूप से आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए की जाती है। दही से अभिषेक (Abhishek with curd)
दही का अभिषेक भगवान शिव को शीतलता प्रदान करता है। यह स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए लाभकारी है।
पंचामृत से अभिषेक (Abhishekam with Panchamrit)
इस शुभ अवसर पर भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करना पुण्यफल प्रदान करता है। पंचामृत- शहद, घी, दूध, दही और शक्कर का मिश्रण करके भगवान को अर्पित करें। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और सभी प्रकार के कष्ट दूर करते हैं।
बेलपत्र और जल (Bel leaves and water)
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को बेलपत्र और शुद्ध जल अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है। जो लोग इस दिन ऐसा करते हैं भगवान शिव उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।
शिव अभिषेक के लाभ (Benefits of Shiva Abhishek)
प्रदोष व्रत के दिन महादेव का अभिषेक करने से व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं। भगवान शिव अपने भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind)
अभिषेक सामग्री शुद्ध और स्वच्छ होनी चाहिए।
भगवान शिव की पूजा करते समय सच्चे मन और श्रद्धा का होना आवश्यक है।
विषम संख्या में बेलपत्र चढ़ाएं और बेलपत्र पर चंदन से ‘ॐ’ लिखें।